PATNA : एक तरफ नीतीश कुमार पुलिस विभाग में बड़ी संख्या में महिलाओं की भर्ती कर रही है। वहीं दूसरी तरफ थाने में साथ काम करनेवाले कर्मियों से ही यह महिलाएं सुरक्षित नहीं है। उनका यौन शोषण किया जा रहा है।
राजधानी पटना से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। शहर के जक्कनपुर थाने में कार्यरत एसआई सुदामा प्रसाद सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अपने थाने में कार्यरत पिछड़ी जाति से आनेवाली महिला दारोगा को बेहोश कर न सिर्फ उससे संबंध बनाए। साथ ही मामले में किसी से कुछ कहने पर सस्पेंड कराने की धमकी दी। इस दौरान उसने कई बार दुष्कर्म किया। जब पीड़ित दारोगा प्रेग्नेंट हो गई तो उसकी इतनी पिटाई की कि गर्भपात हो गया।
मामले में एससी-एसटी थाने पहुंची पीड़ित दारोगा ने बताया कि किसी केस के सिलसिले में थाना में अवस्थित थानाध्यक्ष ने अपने कमरे में बुलाया। इस दौरान उन्होंने कॉफी पीने को दिया। जिसे पीते ही मैं बेहोश हो गई। जब होश आया तो मेरे शरीर पर कोई कपड़े नहीं थे। जिसके बाद महिला दरोगा कमरे में रोने लगी तभी थानाध्यक्ष ने धमकाते हुए महिला दरोगा गीता कुमारी को कहा की यदि इस विषय में किसी से कुछ कहा तो अंजाम बुरा होगा। मेरी पहचान वरीय अधिकारियों से है। कार्रवाई के तौर पर तुम्हे निलंबित करा दूंगा।
पीड़िता का वीडियो भी बनाया
वही आरोप है की महिला दरोगा के साथ हुए इस घटना का पूरा वीडियो बना उसे धमकाया गया और बराबर उसके साथ ये हड़कत की गई हैं। जिससे महिला दरोगा गर्भवती हुई। जिसकी जानकारी थानाध्यक्ष सुदामा प्रसाद सिंह को होते ही महिला दरोगा के साथ मारपीट और पेट पर वार कर उसका एबोर्सन करवाया गया। वहीं जाति सूचक शब्दो का इस्तेमाल करने का भी आरोप है।
फिलहाल इस मामले में पटना के एससी एसटी थाने में दर्ज प्राथमिकी पर पुलिस आगे की जांच कर करवाई मे जुटी है। वहीं पीड़िता ने इस संबंध राष्ट्रीय महिला आयोग से भी शिकायत की है।