जिस भगवान की रोज करता था पूजा, शराब के लिए उसी की मुकुट बेच डाली
MUZAFFARPUR : जिले में मंदिर के पुजारी द्वारा शराब के लिए भगवान की मुकुट बेच दिये जाने का मामला सामने आया है। इस प्रकरण में सबसे बड़ी बात यह है कि पुजारी को शराब की ऐसी लत थी कि जब जब शराब के लिए पैसे नहीं जुटे, तो उसने भगवान के मुकुट को ही बेच डाला।
घटना के संबंध में बताया गया है कि जिले के साहेबगंज प्रखंड स्थित अहियापुर गांव में शराब पीने के लिए स्थानीय शिव मंदिर के पुजारी धीरज मिश्र ने भगवान के तीन मुकुट को बेच दिया। घटना की जानकारी होने पर ग्रामीणों ने किराना दुकानदार धनंजय कुमार के पास से भगवान के मुकुट को बरामद कर लिया है। इस मामले को लेकर मंदिर के सचिव शिवनाथ सिंह ने पुजारी धीरज मिश्रा और दुकानदार धनंजय कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
पुलिस ने गया जिला निवासी पुजारी धीरज मिश्र को हिरासत में लिया है। पुजारी के पास से शराब की तीन बोतलें भी बरामद की गई हैं। बताया जाता है कि धीरज मिश्र करीब एक-डेढ़ माह पूर्व से ही मंदिर में पुजारी का काम कर रहा था। बीते आठ अप्रैल को भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए वह अपने घर गया था। उसके आने तक मंदिर की कमेटी ने गांव के ही केशव साह को पूजा-पाठ की जिम्मेवारी सौंपी गई। वे जब मंदिर में पूजा-पाठ करने के लिए गये, तब देखा कि मंदिर के चार मुकुट में से एक मुकुट गायब है। उन्होंने इसकी जानकारी मंदिर कमेटी के लोगों को दी। कमेटी के लोग पुजारी के आने का इंतजार करने लगे। 17 अप्रैल को जब पुजारी मंदिर पर पहुंचा, तब मुकुट के बारे में उससे पूछताछ की गयी। काफी ना-नुकर के बाद उसने स्वीकार किया कि मुकुट टूट गया था। इसलिए उसे बनाने के लिए दिया हूं।
अभी मामला चल ही रहा था कि शनिवार को दो मुकुट फिर गायब हो गये। कमेटी के लोगों ने ग्रामीणों के साथ खोज-बीन शुरू की। उसके बाद मामला सामने आया कि पुजारी ने गांव के ही किराना दुकानदार धनंजय कुमार को मुकुट देकर बदले में तीन बोतल शराब ली है। पुजारी के पास मिली तीन बोतल शराब में दो बोतल खाली पाया गया, जबकि तीसरे बोतल में आधा बोतल शराब थी।