पटनाः बिहार के विश्वविद्यालयों में वित्त अधिकारी व वित्त परामर्शी एक ही व्यक्ति के रहने पर आज विधानसभा में सवाल उठा। दरभंगा के विधायक संजय सरावगी ने यह प्रश्न उठाया। विधायक ने पूछा कि वित्त पदाधिकारी फाइल पर नोटिंग करता है फिर वही परामर्शी के तौर पर यह बताता है कि नोटिंग सही है। यह पूरी तरह से गलत कदम है। यहां बड़े स्तर पर गड़बड़ी की पूरी गुंजाइश रहती है। शिक्षा विभाग के मंत्री सदन में बताएं कि क्या यह सही है? बीजेपी विधायक संजय सरावगी दरभंगा संस्कृत विवि के इस मामले को सदन में उठाया।
सरकार ने राजभवन पर फोड़ा ठीकरा
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सदन में बताया कि वित्त पदाधिकारी और परामर्शी एक ही व्यक्ति हो यह कहीं से उचित नहीं है। लेकिन यह नियुक्त राजभवन की तरफ से होती है। सरकार की इसमें सीधी भूमिका नहीं होती। फिर भी यह सवाल के बाद सरकार इस मामले में संज्ञान लेगी। साथ ही ऑडिट के समय देखा जायेगा कि कहीं गड़बड़ी तो नहीं हुई।