GOPALGANJ : जिले के सदर अस्पताल में खून की कमी से जूझ रही एक नौ वर्षीय मासूम बच्ची को एक पत्रकार ने अपना खून देकर उसकी जान बचाई। खून पाकर बच्ची के मां और उनके परिजन काफी खुश हुए। साथ ही उनके आंखों में एक आशा की किरण जगी और उस पत्रकार के प्रति आभार व्यक्त की।
दरअसल सदर अस्पताल में पत्रकार अटल बिहारी पांडेय ने अपनी इंसानियता का परिचय देते हुए खून की कमी से जूझ रही एक बच्ची की जान बचाने में मदद की। बताया जाता है की लखीसराय की एक महिला गोपालगंज में रहकर जॉब करती है। उसकी नौ वर्षीय बेटी की तबियत पिछले आठ दिन से खराब हो गई थी। जब महिला ने अपने बेटी को डॉक्टर से दिखवाई तो डॉक्टर ने उसके शरीर में खून की कमी होने की बात कही। जब जांच करवाया तो बच्ची के शरीर में महज तीन ग्राम ही खून मौजूद था। जिसे डॉक्टर ने तत्काल खून चढ़ाने की सलाह दी। अब महिला परेशान हो गई की आखिर खून कहा से लाई जाए। जब ब्लड बैंक पहुंची तब एबी पॉजिटिव ब्लड भी नही था। ऐसे में परेशान महिला इधर उधर भटकने लगी। तभी उसपर पत्रकार अटल बिहारी पांडेय की नजर पड़ी। तब उसने अपनी परेशानी को सांझा की।
महिला के बात सुनकर पत्रकार ने खुद ब्लड देने की बात कही और अपना ब्लड बच्ची को देकर उसकी जान बचाई। इस संदर्भ में बच्ची की मां दीपमाला कुमारी फफक पड़ी और फफकते हुए कहा की मेरी बेटी 9 साल की है इसे खून की जरूरत थी। पत्रकार न्यूज बनाने के लिए सदर अस्पताल में आए थे और हम लोगो की हालात जानकर खुद अपना खून दिया है। मैं इनके प्रति आभार व्यक्त करती हूं की इन्होंने मेरी बेटी को जान बचाने में मदद की। परिजनों ने कहा कि पत्रकार हमारे लिए देवदूत बनकर आ पहुंचें।
वही पत्रकार अटल बिहारी पांडेय ने बताया की मुझे काफी खुशी मिल रही है की मैने एक जरूरतमंद को अपना खून देकर मदद कर उसकी जान बचाई है। साथ ही उन्होंने अन्य लोगो से भी रक्तदान करने की अपील की है। उन्होंने बताया की अब तक 15 लोगो को रक्त दान कर उनकी मदद की है और आगे भी जरूरतमंदों को मदद करता रहूंगा। बता दें की रक्तदान एक महादान है। यह न केवल किसी की जान बचा सकता है, बल्कि यह हमें एक बेहतर इंसान भी बनाता है। रक्तदान करने से न केवल जरूरतमंदों की मदद होती है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।
गोपालगंज से मनान अहमद की रिपोर्ट