PATNA : एक घर का सपना हर किसी का होता है। लेकिन बिहार में अगर सरकारी नौकरी कर रहे हैं तो यहां घर का नहीं बल्कि महल बनाने का सपना भी पूरा हो सकता है। वह भी सिर्फ कुछ साल की नौकरी के बाद। कम से कम पूर्णिया के अवर निबंधक अमलेश कुमार सिंह की प्रॉपर्टी को देखकर यही कहा जा सकता है।
आज सुबह पूर्णिया के अवर निबंधक अमलेश कुमार सिंह के राजीव नगर स्थित घर पहुंची तो वह भी हैरान रहे गई। क्योंकि सामने कोई घर नहीं, बल्कि पूरा महल तैयार किया गया था। इस महल के निर्माण का काम अभी चल ही रहा है। लेकिन निर्माण को जितना भव्य तरीके से तैयार कराया जा रहा है। उसे देखने के बाद यह अनुमान लगाना कठिन है कि यह किसी सरकारी नौकरी करनेवाले ने बनवाया है। अमलेश कुमार सिंह के इस घर के मेन गेट पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं। जबकि घर के अंदर के साज सजावट पर भी भारी निवेश किया गया है। जो बताता है कि निबंधन के नाम पर किस तरह के भ्रष्टाचार में वह लिप्त रहे होंगे।
सिर्फ दस साल की नौकरी
चौंकानेवाली बात यह है कि अमलेश कुमार सिंह दस साल पहले ही इस नौकरी में आए थे। जिसके बाद से वह अपने लिए अवैध संपत्ति अर्जित करने में ही खुद को व्यस्त रखा। राजीव नगर स्थित उनके इस आवास से 15 लाख से ज्यादा की नगदी मिल चुकी है। वहीं जमीन के कई कागजात भी मिले हैं।
सबसे भ्रष्ट विभाग
बिहार के सबसे भ्रष्ट विभागों में अगर किसी विभाग का नाम लिया जाए वह रजिस्ट्री ऑफिस होगा। कुछ दिन पहले मोतिहारी के अवर निबंधक के ठिकानों से छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति होने की जानकारी मिली थी, अब पूर्णिया के अवर निबंधक पर हुई कार्रवाई ने इस बात को पुख्ता कर दिया है।