GAYA : केरल के मल्लपुरम में गर्भवती हथिनी को अनानास में बम डालकर खिला दिया गया. जिससे गर्भवती हथिनी की मौत हो गयी. इस घटना ने पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया. इसी सिलसिले में गया के एनएमसीएच के डॉक्टर ने हथिनी का स्केच बनाकर उसे इंसाफ दिलाने की बात कही है. उन्होंने स्लोगन दिया है. "जानवर की जान इंसानों ने ली है चुप क्यूँ है संसार"
गौरतलब है की केरल में एक ऐसी निंदनीय और अमानवीय करतूत सामने आई है. जिसे देखकर आपका खून खौल जाएगा. इंसानियत का शर्मसार कर देने वाला चेहरा केरल के मलप्पुरम जिले में सामने आया है. जहाँ हथिनी को अनानास में बम लपेटकर खिला दिया गया. बम हथिनी के मुंह में फट गया. हथिनी दर्द से तड़प कर वेलियार नदी में चली गयी. इसके बाद उस हथिनी की मौत हो गयी. उसके साथ पेट में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई. जिससे पूरा देश मर्माहत है. उसकी याद में एनएमसीएच के डॉ प्रदीप विनायक ने हथिनी का स्केच बनाकर इंसाफ की बात कर लोगों को स्लोगन के साथ संदेश देने के काम किया है.
इस संदर्भ में डॉ प्रदीप कुमार ने बताया कि आज इंसान ने अपना इंसानियत खो दिया है. बेजुबान पशु भूखे होकर जंगल से शहर की ओर आ रहे हैं. अनानास में पटाखा रखकर पशु को खिला दिया गया. उस बेजुबान पशु ने अनानास खा लिया और उसका सूढ़ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. वह दर्द से कराहती रही. जब उसका दर्द असहनीय हो गया तो वह पानी में चली गई. भूखा रहने से कमजोर होकर हथिनी की मौत पानी में ही हो गई.
फिलहाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने की देशवासियों को भरोसा दिलाया है.
गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट