SHEOHAR : जिले के फतेहपुर निवासी प्रभात रंजन यूक्रेन में डॉक्टरी की पढ़ाई करने गए थे। इसी बीच रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ गया। युद्ध होने के कारण प्रभात रंजन यूक्रेन में फंस गए। उन्होंने बताया कि युद्ध के दौरान किस तरह से उन्होंने मुसीबतों का सामना किया। उसके बारे में पत्रकारों से बात करते हुए बयां किया है। उन्होंने बताया कि यूक्रेन के युवानो फ़्रांकिस शहर में जाकर एमबीबीएस की पढ़ाई करते थे। वे थर्ड ईयर के छात्र हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने हम लोगों को वतन वापसी में काफी मदद की हैं। बताया कि बस से रोमानिया गए और उसके बाद में फ्लाइट से देश की राजधानी दिल्ली पहुंचे। जहां पर बिहार सरकार के कर्मचारियों ने काफी मदद की और सारा डिटेल्स लिया और उन्हें प्लेन से पटना भेजा गया और वे अपने फैमिली के साथ घर पहुंचे हैं। उन्होंने उन सभी छात्रों से अपील किया है कि जो अभी यूक्रेन में फंसे हैं कोई भी छात्र पैनिक ना हो भारत सरकार सभी को सुरक्षित निकालेगी। सभी लोगों को सहायता भी पहुंचाई जा रही है। वही उसके माता-पिता भी बहुत खुश है और सरकार को बधाई दे रहे हैं प्रभात रंजन के घर आने की सूचना पर उनकी मां तरह तरह के पकवान बनाई हुई थी।
वहीँ भागलपुर के भी कई छात्र यूक्रेन में फंसे हैं। इससे छात्र छात्रा के परिजन भी काफी चिंतित रह रहे थे। कही उनके बच्चो के साथ कोई अनहोनी घटना न हो जाए।जब उनके परिजन को अपने बच्चो के वतन वापसी की बात सुनी तो सभी छात्र छात्रा के परिजन में खुशियों की लहर दौड़ गया। वही भागलपुर नाथनगर के भी दो छात्र एक छात्रा सौम्या मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। जब से युद्ध शुरू हुई थी उसी वक्त से यूक्रेन में तीनों फंस गए थे। जब तीनो छात्र सुरक्षित वापस अपने घर वापस लौट रहे हैं। इसकी सूचना से परिवारो में खुशी की लहर दौड़ गयी है। वही परिवार वालों ने बताया कि तीनों से लगातार दूरभाष पर बातचीत हो रही है।
उधर सीवान से जहाँ यूक्रेन में फंसा युवक दिलशाद इमाम आज अपने वतन पहुंच गया है। सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के हरपुर गांव का रहने वाला दिलशाद इमाम आज सकुशल यूक्रेन से अपने घर पहुंचा। जिससे घर में खुशी का माहौल है। घर पहुंचते ही इसके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। बड़हरिया प्रखंड के हरपुर गांव के इमामूल हसन के पुत्र दिलशाद इमाम 2019 में मेडिकल पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गया था। अब रूस द्वारा लगातार बमबारी के कारण युक्रेन में फंसा हुआ था।भारत सरकार के स्पेशल विमान से दिल्ली और दिल्ली से पटना और पटना से अपना सकुशल घर पहुंचा है जिससे घर में खुशी का माहौल है। दिलशाद इमाम ने वहां का मंजर अपने आखो से देखा था कि कैसे बम ब्लास्ट हो रहा था। दिलशाद जिस हॉस्टल में रहता था। उसके बगल में एक दिन बमबारी हुई। जिसका मंजर अपनी आंखों से देखा था। किस तरह की सिचुएशन थी। उस समय और आने में किस तरह से समस्या का सामना करना पड़ा था। जब दिलशाद अहमद घर पहुंच गया है तो घर में खुशी का माहौल है घर के लोग काफी खुश है। दिलशान भारत सरकार को धन्यवाद दिया है।
वहीँ जिला आपदा प्रबंधन,दरभंगा के प्रभारी पदाधिकारी सत्यम सहाय द्वारा बताया गया कि दरभंगा के 28 छात्र/छात्राओं की सूची में से 10 छात्र/छात्राओं को यूक्रेन से वापस भारत लाया जा चुका है। जिनमें राजकुमार, निधि, रिचा झा, मोहम्मद अल्ताफ, मोहम्मद जैद, सौरभ कुमार, अनिकेत राज, ज्योति प्रभा, अनिला एवं सौम्या चंद्रा शामिल हैं। शेष छात्रों को लाने के लिए भी बिहार सरकार लगातार केन्द्र सरकार से समन्वय बनाए हुए है। केन्द्र सरकार द्वारा भी निरन्तर प्रयास जारी है, जल्द ही शेष छात्रों की वतन वापसी होगी।
शिवहर से मनोज, भागलपुर से बालमुकुन्द और सिवान से विजय की रिपोर्ट