DARBHANGA : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय इन दिनों अपनी पढ़ाई से ज्यादा दूसरे कारगुजारियों के कारण ज्यादा चर्चा में है। कभी कभी छात्र को 100 नंबर की परीक्षा में 151 नंबर दे दिया जाता है, कभी यहां के प्रोफेसर पर छात्राओं को अपने कमरे में बुलाने के आरोप लगते हैं। कुछ दिन पहले विवि के 50वें स्थापना दिवस के दिन इससे अलग नहीं रहा। जब कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी गेट पर एनएसयूआई, आइसा और सातवें चरण के शिक्षक अभ्यर्थी अपने मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। उसी दौरान जदयू से ताल्लुक रखनेवाले प्रोफेसर अनिल बिहारी को प्रदर्शनकारी छात्रों ने गेट पर रोक दिया।
इस दौरान छात्रों की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री विजय चौधरी का विरोध करने पर प्रोफेसर अनिल बिहारी ने उग्र छात्रों को शांत करने के लिए कार की रूफ गेट खोलकर खड़े होकर मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री का विरोध कर रहे छात्रों पर ही चिल्लाने लगे और कहा कि वह नीतीश कुमार के खिलाफ वह किसी प्रकार का विरोध नहीं सहन करेंगे। छात्रों पर चिल्लाते हुए प्रोफेसर साहब का यह वीडियो छात्रों ने वायरल कर दिया। जिसके बाद अब प्रोफेसर साहब का कहना है कि वह चिल्ला नहीं रहे थे, बल्कि उन्हें समझा रहे थे।
समझा रहा था छात्रों को
प्रोफ़ेसर अनिल बिहारी ने अपने आवास पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर कहा कि मैं जब शिक्षा मंत्री से मुलाकात करने विश्वविद्यालय पहुंचा तो देखा कि छात्र संगठन अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. जिसपे हमने सभी छात्रों से आग्रह किया कि अगर आप लोगो की किसी प्रकार की मांग है तो आप लोग शिक्षा मंत्री से मिलकर अपनी समस्या को रखे। ताकि आप लोगों की समस्या का समाधान हो सके। जिसे कुछ चैनलों के द्वारा गलत तरीकों से प्रस्तुत कर हमें बदनाम करने की कोशिश की गई है। उन्होंने चिल्लाने की बात पर कहा कि ऐसे ही बात करने की आदत है।