MADHEPURA : एक जदयू छात्र नेता की तस्वीर वायरल होने के बाद बिहार में
पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी पर सवाल खड़े हो गये हैं। क्या एक दारोगा अपने
हथियार को लेकर इतना लापरवाह हो सकता है ? जदयू छात्र नेता कहे जाने वाले एक महाशय, दारोगा जी की पिस्तौल लेकर थाने में ही अपनी तस्वीर खिंचवाते हैं। फिर वाहवाही लूटने
के लिए यह तस्वीर वायरल कर दी जाती है। एसपी के संज्ञान में आने के बाद इस मामले
ने तूल पकड़ लिया। एसपी ने इस मामले की जांच एसडीपोओ को सौंप दी। जांच रिपोर्ट के आधार पर दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है और छात्र नेता पर FIR का आदेश दिया गया है।
यह मामला मधेपुरा के सदर थाना का है। सदर थाना के दारोगा
दफ्तर में बैठ कर अपना कामकाज निबटा रहे होते हैं। उनके बगल में ही छात्र नेता
रोहित यादव एक अन्य युवक के साथ बैठे हैं। इस दौरान रोहित यादव ने दारोगा की
पिस्तौल लेकर एक फोटो खिंचवा ली। फिर यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मधेपुरा
के एसपी संजय कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने एसडीपीओ वशी अहमद को
मामले की जांच कर तुरंत रिपोर्ट देने को कहा था।
एक दारोगा के सामने ही उसकी
सर्विस रिवाल्वर किसी अन्य आदमी को हाथ में हो और वह मजे से तस्वीर खिंचवा रहा हो
तो यह सुरक्षा के लिहाज से बहुत खतरनाक है। यह दारोगा की लापरवाही मानी जाएगी।
जाने अंजाने अगर कोई हादसा हो जाता तो नाहक पुलिस की छवि खराब हो जाती। इस मामले
में जांच के आदेश के बाद थाना के पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। एसपी ने जांच रिपोर्ट आने के बाद ये कार्रवाई की है।