MOTIHARI : मोतिहारी जिला भ्रष्टाचार का केंद्र बनता जा रहा है। यहां लगातार कई अधिकारी भ्रष्टाचार की गतिविधियों में लिप्त पाए जा रहे हैं। ताजा मामल में जिले के दो बड़े अधिकारी सरकारी फंड के दुरुपयोग को लेकर आमने सामन आ गए हैं। जिनमें एक तरफ अरेराज अनुमंडल पदाधिकारी हैं, वहीं दूसरी तरफ अरेराज नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी हैं। मामले में अब डीएम तक शिकायत पहुंच गई है।
नगर पंचायत ईओ का आरोप है कि अरेराज एसडीओ द्वारा गरीबों के लिए आवंटित योजना के पैसे का इस्तेमाल अपने आवास को चकाचक करने पर किया है। उन्होंने बताया कि एसडीओ द्वारा नियम के विरुद्ध जाकर 17 लाख रुपए अपने आवास के टाइल्स मार्बल्स पर खर्च किए। ईओ का आरोप है कि इस काम के लिए उन पर जबरन दबाव बनाया गया, धमकी दी गई और अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया। ईओ ने बताया कि इस पूरी घटना का ऑडियो रिकार्डिंग डीएम को सौंप कर उनसे कार्रवाई की मांग की गई है।
कई बार बनाते रहे हैं दबाव
नगर पंचायत ईओ कृष्णभूषन कुमार ने बताया कि नगर पंचायत क्षेत्र के विकास नही कर व आवास योजना में तीन लाख से अधिक खर्च करने का प्रवधान नही होने के बाद भी एसडीओ आवास को चकाचक करने में 17 लाख खर्च कर दिया गया।वही एसडीओ द्वारा लगातार नियम विरुद्ध कार्य करने के लिए दबाव बनाया जाता है ।वही फोन पर धमकी व अमर्यादित भाषा का प्रयोग भी किया जाता है।
खुद कभी ड्यूटी नहीं करते हैं ईओ, सारे आरोप को बताया गलत
वही एसडीओ संजीव कुमार ने बताया कि ईओ द्वारा लगाया गया आरोप निराधार है । कार्यालय में रहने के बाद भी विधिव्यवस्था की मीटिंग में नही आने का कारण पूछने पर मनगठत आरोप लगाया गया है। नगर पंचायत विकास पर कार्य करने के लिए सुझाव के बाद भी ईओ द्वारा कोई रुचि नही लिया जाता है ।
ऑडियो सुनकर कोई बताए कि मेरे द्वारा कोई अमर्यादित भाषा या दबाव के लिए फोन किया गया हो । आरोप निराधार है। वहीं आवास जर्जर होने को लेकर नगर पंचायत को रिक्वेस्ट लेटर भेजा गया था।नगर पंचायत कितना खर्च किया यह तो उसका दायित्व है। मेरे द्वारा आवास पर खर्च करने के लिए कोई दबाव नही बनाया गया है।
अधिकारी के बचाव में मुख्य पार्षद
अरेराज नगर पंचायत मुख्य पार्षद धर्मेंद्र कुमार दुबे उर्फ मंटू दुबे ने बताया कि एसडीओ द्वारा जर्जर आवास का रिपेयरिंग कराने को लेकर नगर पंचायत में लेटर दिया गया था। जिसको लेकर शशक्त कमिटी की बैठक में तीन योजना को लेकर लगभग 17 लाख रुपया आवास पर खर्च किया गया । एसडीओ आवास भी पुराना गेस्ट हाउस है। नगर पंचायत का धरोहर है। इसका रिपेयरिंग करना नगर पंचायत का कर्तव्य बनता है ।
आरटीआई से मामला आया सामने
आरटीआई मांग पर खुलासा हुआ है कि नगर पंचायत क्षेत्र के विकास से अधिक राशि एसडीओ आवास पर खर्च किया है। आरटीआई की सूचना में नगर पंचायत ने बताता है कि पिछले वर्ष एसडीओ आवास को चकाचक करने में लगभग 17 लाख रुपया खर्च किया गया है।
वहीं ईओ के डीएम से शिकायत की खबर में बाद आमलोगों में चर्चा का बाजार गर्म है। लोग यह कहते नही थक रहे कि होल्डिंग देने वाले लोगो के लिए चलने का सड़क तक नही है । वहीं हाकिम के आवास रिपेयरिंग पर 17 लाख खर्च किए जा रहे हैं।