पटना. जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा अपने छठे चरण की यात्रा के क्रम में उत्तर बिहार के कई जिलों का दौरा आज से शुरू कर रहे हैं. इस बीच उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुई कई मुद्दे पर अपनी बाती रखी है. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार के पीएम मैटेरिलय वाले बयान और महंगाई के सवाल पर बचते दिखे, तो जातीय जनगणना को लेकर मुखर रूप से अपनी बात रखी.
जातीय जनगणना होनी चाहिए
जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सभी पार्टी को जातीय जनगणना को लेकर कोशिश करनी चाहिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी के भी एक सांसद, जो कि दूसरे राज्य के हैं, उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर पीएम मीदो को पत्र लिखा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि जातीय जगणना हो, इसको लेकर जदयू लगातार प्रायस कर रही है.
धर्म परिवर्तन से सामाजिक स्थिति नहीं बदलती है
धर्म परिवर्तन के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि धर्म परिवर्तन से लोगों की सामाजिक स्थिति नहीं बदलती है. यदि कोई दलित जाती के लोगों द्वारा धर्म परिवर्तन कर दूसरे धर्म अपनाने पर उसकी सामाजिक स्थिति यही रहती है, जो उनका पहले धर्म है. इसलिए ऐसे लोगों को गणना हो, क्योंकि दूसरे धर्म में भी सामाजिक स्थिति पर भेदभाव होता है. बता दें कि जातीय जगणना को लेकर कांग्रेस के नेता तानिक अनवर ने कहा था कि मुस्लिम धर्म में भी जातीय जगणना हो.
महंगाई पर चुप्पी
वहीं महंगाई के सवाल को उपेंद्र कुशवाहा ठाल गये. उनसे कई बार पूछे जाने पर कहा कि कुछ सवाल दूसरे लोगों से भी पूछिये. बता दें कि महंगाई इन दिनों चरम पर है. खासकर पेट्रोल-डीजल लागातर महांग हो रहे हैं. इससे आम लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इस पर विपक्षी दल द्वारा सवाल उठाये जाते रहे है, लेकिन सरकार हमेशा टालती रहती है.
नीतीश के पीएम मैटेरियल पर बोलने से बचे
जदयू की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम मैट्रियल बताया गया है. इसको लेकर जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भी मांग उठी थी. वहीं जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा लगातार नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल बता रहे है. इस पर स्वयं नीतीश कुमार ने भी कहा ये सब फालतू बात है. इसको लकेर आज फिर उपेंद्र कुशवाहा से जब पूछा गया, तो वे इस बयान पर बचते दिखे. उन्होंने कहा कि इसपर कई बार बात हो चुकी है.