बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

FUTURE के बिग बाजार के फ्यूचर का फैसला अब सुप्रीम कोर्ट करेगा, देश के सबसे बड़े रिटेल स्टोर्स पर रिलायंस-अमेजन में नहीं बनी बात

FUTURE के बिग बाजार के फ्यूचर का फैसला अब सुप्रीम कोर्ट करेगा, देश के सबसे बड़े रिटेल स्टोर्स पर रिलायंस-अमेजन में नहीं बनी बात

NEW DELHI : देश के सबसे बड़े रिटेल स्टोर्स बिग बाजार पर एकाधिकार को लेकर अब एशिया के सबसे अमीर मुकेश अंबानी और दुनिया के दूसरे बड़े अमीर जेफ बेजोस आमने सामने आ गए हैं। जिससे फ्यूचर ग्रुप पर अधिकार को लेकर मची व्यापारिक लड़ाई और दिलचस्प हो गई है। फ्यूचर ग्रुप पर कब्जे को लेकर अमेजन और रिलायंस के बीच आपसी बातचीत के मसले का कोई हल नहीं निकला है और अब देश की शीर्ष अदालत यह फैसला करेगी कि कंपनी पर किसका अधिकार होगा। 

बिग बाजार की संपत्ति ट्रांसफर करने पर लगे रोक

पिछले कुछ दिनों से बिग बाजार की संपत्ति को रिलायंस ग्रुप को ट्रांसफर किया जा रहा है। जिसको लेकर अमेजन ने आपत्ति जताई है। । मामले में ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने सुप्रीम कोर्ट के सामने फ्चूयर रिटेल (Future Retail) के स्टोर्स को रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) को ट्रांसफर किए जाने पर रोक लगाने की मांग की है। . अमेजन की तरफ से सीनियर वकील गोपाल सुब्रमण्यम ने कहा कि फ्यूचर रिटेल के स्टोर्स रिलायंस को ट्रांसफर किए जा रहे हैं, जो नियम के खिलाफ है। अमेजन के वकील ने अदालत से अनुरोध किया कि इस मामले में अंतरिम आदेश दिया जाए, ताकि जब तक विवाद का हल न हो, तब तक रिलायंस को फ्यूचर रिटेल की असेट्स ट्रांसफर न हों. 

आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

कोर्ट ने इस मामले में अंतरिम राहत के लिए अमेजन को आवेदन देने के लिए अनुमति दे दी है. अब आज इस मामले में फिर सुनवाई होगी. 

दो साल से किराए का भुगतान नहीं

दो बड़ी कंपनियों के बीच एकाधिकार की लड़ाई का खामियाजा बिग बाजार को उठाना पड़ा है। फ्यूचर रिटेल के वकील हरीश साल्वे ने अदालत को बताया कि अमेजन की वजह से आज फ्यूचर रिटेल तबाह हो गया है। उन्होंने बताया कि  बीते दो वर्षों से किराये का भुगतान नहीं किया गया और लैंडलॉर्ड्स ने लीज रद्द कर दी हैं. जिससे फ्यूचर रिटेल आर्थिक तौर पर परेशान है. साथ ही उन्होंने कहा कि रिलायंस को किसी भी प्रकार का असेट्स ट्रांसफर नहीं किया गया है. 

24 हजार करोड़ का हैReliance-Future Deal

फ्यूचर ग्रुप की कंपनी फ्यूचर रिटेल के पास बिग बाजार (Big Bazaar) जैसा बड़ा रिटेल ब्रांड है. वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज देश के रिटेल बाजार में अपना दखल बढ़ाने की इच्छा रखती है. इसी के मद्देनजर दोनों कंपनियों के बीच 29 अगस्त 2020 को 24,713 करोड़ रुपये का एक सौदा हुआ. इस सौदे के पूरे होने के बाद रिलायंस को बिग बाजार के साथ-साथ फ्यूचर ग्रुप के अन्य रिटेल, गोदाम, लॉजिस्टिक और थोक कारोबार का मालिकाना हक मिल जाएगा.

इस एक शर्त के कारण उपजा है पूरा विवाद

दरअसल फ्यूचर रिटेल में फ्यूचर ग्रुप की ही एक और कंपनी फ्यूचर कूपन्स की हिस्सेदारी है. इस फ्यूचर कूपन्स में 2019 में एमेजॉन ने 49% हिस्सेदारी खरीदी थी। साथ ही उसे ये अधिकार भी मिला था कि भविष्य में फ्यूचर ग्रुप जब भी कंपनी की हिस्सेदारी बेचना चाहेगा तो अमेजन के पास उसे खरीदने का पहला अधिकार होगा। यही एक शर्त किशोर बियानी के फ्यूचर समूह को रिलायंस के साथ सौदो करने से रोक रही है। फ्यूचर-रिलायंस डील को रोकने के लिए अमेजन यही कहता आया है कि फ्यूचर ने 2019 के सौदे की शर्तों का उल्लंघन किया है. 


Suggested News