बांका – बिहार में साल 2016 से पूर्ण शराबबंदी है. सरकार आप तो शराबबंदी को हर जगह सफल बता रहे हैं. देख लीजिए शराबबंदी का सच क्या है बिहार में. केकेपाठक जैसे कड़क अफसर के स्कूल में भी जाम छलकाया जा रहा है.सरकार गांका के राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय चिलकावर में बैठकर शराब पार्टी कर रहे पांच लोगों को उत्पाद विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया.जिसमें विद्यालय के एक प्रभारी प्रधानाध्यापक और एक शिक्षक और एक एमडीएम वेंडर एवं दो पलंबर मिस्त्री है.मौके से डेढ़ लीटर महुआ देसी शराब भी बरामद की गई है. उत्पाद विभाग ने सभी को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है. विद्यालय में शराब पार्टी के बाद गिरफ्तार हुए शिक्षक को लेकर जिले में चर्चा का विषय बना है.
सोमवार की संध्या बांका उत्पाद विभाग की टीम ने मुकेश कुमार दास एवं सहायक अवर निरीक्षक मध्य निषेध के नेतृत्व में रजौन थाना क्षेत्र स्थित राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय चिलकावर में छापेमारी कर विद्यालय के किचन में बैठकर शराब पी रहे पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. जहां मौके से डेढ़ लीटर महुआ देसी शराब भी बरामद की गई है.सरकार जिन शिक्षकों को शराब न पीने के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ मानव श्रृंखला बनाने का जिम्मा दिया था वहीं शिक्षक विद्यालय में बैठकर शराब पार्टी कर रहे थे. आप शराबबंदी के सफलता का दावा कर रहे हैं और यहां तो विद्यालय के किचन में बैठकर शराब पार्टी की जा रही है. देके सरकार ये है शराबबंदी का सच.
गिरफ्तार में राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय चिलकावर के प्रभारी प्रधानाध्यापक अमरेश कुमार व जगन्नाथपुर प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक रजौन थाना क्षेत्र के कठौन गांव निवासी बजरंगी दास और राजावर गांव के एमडीएम वेंडर धनंजय कुमार और बखड्डा गांव के कुमार गौरव व प्रदीप कुमार दोनों पलंबर मिस्त्री है जो की समर्सिबल पंप ठीक करने के लिए आए थे.उत्पाद अध्यक्ष अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि उक्त विद्यालय से शिक्षक सहित पांच लोगों को शराब पीते हुए डेढ़ लीटर देसी महुआ शराब के साथ गिरफ्तार किया गया है.