PATNA : लोक आस्था के छठ महापर्व पर अस्ताचलगामी और उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने वाले व्रतियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से आग्रह किया गया है। लगातार गंगा के जलस्तर में कमी के कारण पटना के प्रमुख 7 गंगा घाटों पर जलस्तर कम होने से तटों के आसपास कीचड़ और दलदल बन गया है जिला प्रशासन के अथक प्रयासों के बावजूद व्रतियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल NIT घाट, गांधी घाट, कृष्णा घाट, पटना कॉलेज घाट, काली घाट बंशी घाट पर अचानक गंगा जलस्तर में कमी हुआ है जिससे घाट व्रतियों को अर्घ्य देने में काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
कुछ नजदीकी घाट सुरक्षित है जिसमे छठ व्रतियों को अर्ध्य देने के लिए महेंद्रू घाट या कलेक्ट्रेट घाट या अन्य घाटों का उपयोग कर सकते हैं।गौरतलब हो कि राजधानी में जिला प्रशासन की ओर से 105 घाटों पर युद्धस्तर में कार्य कर घाटों को तैयार किया गया है वही लगातार गंगा जलस्तर की कमी ने तैयारियों पर पानी फेर दिया है।
वहीं घाटों की कमी और गंगा घाटों पर लोगो का जनसैलाब किसी बड़े खतरे की घंटी साबित हो सकती है, ऐसे में जिला प्रशासन ने आम लोगो से अपील करते हुए कहा कि कम से कम लोग गंगा घाटों पर जाए । जिससे भीड़ की स्थिति उत्पन्न न हो। वही व्रतियाँ कृत्रिम घाटों में अर्घ्य देकर अपने व्रत को पूर्ण करें।