बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

अपने बेहोश पति को लेकर अस्पतालों के चक्कर काटती रही महिला, सीएस साहब ने कहा पटना जाइए यहां इस रोग इलाज नहीं है

अपने बेहोश पति को लेकर अस्पतालों के चक्कर काटती रही महिला, सीएस साहब ने कहा पटना जाइए यहां इस रोग इलाज नहीं है

Bhagalpur: लॉक डाउन में कोरोना मरीजों को छोड़ कर दूसरी बीमारी के पीड़ित मरीजों के लिये भागलपुर जिले में किसी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधा नहीं है. गोपालपुर थाना क्षेत्र की महिला किरण देवी शुक्रवार से ही अपने बीमार अचेत पति राजकुमार साह को लेकर भागलपुर से नवगछिया तक दौड़ लगाती रही लेकिन उसकी सुध लेने वाला भी कोई न था. शनिवार को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में लाचार हो कर किरण देवी हर किसी को कह रही उसका पति जिंदा है, सांसे चल रही है. इलाज हो जाये तो बच जाएगा. किसी तरह की व्यवस्था नहीं देख किरण अपने पति को पुनः घर लेकर चली गयी. 

जब नवगछिया के सामाजिक कार्यकर्ताओं आजाद हिंद मोर्चा के अध्यक्ष राजेन्द्र यादव, ताईक्वांडो के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी फाइटर जेम्स, भाजपा नेता सज्जन भारद्वाज किरण देवी के घर पहुंचे और नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल से एम्बुलेंस की व्यवस्था कर राजकुमार साह को भागलपुर के एक नर्सिंग होम में भर्ती करवाया. 

किरण देवी ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर में उनके पति में कुर्सी पर बैठे हुए थे. वे एकाएक कुर्सी से नीचे गिर गए और अचेत हो गए. आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया. अनुमंडल अस्पताल से एंबुलेंस उपलब्ध करवाया गया और राजकुमार साहब को जेएलएनएमसीएच पहुंचाया गया. यहां उसे सदर अस्पताल जाने को कहा गया. सदर अस्पताल पहुंचने पर यहां भी चिकित्सकों ने कहा कि राजकुमार साह का इलाज यहां संभव नहीं है और उसे मायागंज भेज दिया गया. किरण देवी ने बताया कि चिकित्सक उसे पटना जाने को कह रहे हैं लेकिन पटना जाने के लिए उसके पास कोई व्यवस्था नहीं है वह सब्जी बेचकर अपना घर चलाती है और चार बच्चों का भरण पोषण करती है. इसलिए वह एंबुलेंस का खर्चा भी नहीं उठा सकती है. दूसरी तरफ जब किरण देवी के परिजनों ने पता किया तो पता चला कि भागलपुर या फिर नवगछिया के सरकारी अस्पतालों से राजकुमार साह को पटना भेजे जाने की भी कोई व्यवस्था नहीं है. 

भागलपुर के सिविल सर्जन ने कहा कि मायागंज में सिर्फ कोरोना के मरीजों का ही इलाज होता है. जबकि सदर अस्पताल में ब्रेन हेमरेज के मरीज के इलाज के लिए व्यवस्था नहीं है. जिले में जितने भी एंबुलेंस उपलब्ध हैं वह सभी कोरोना मरीजों की सेवा में लगे हैं. इसलिए पटना भेजने के लिए मरीज को एंबुलेंस सेवा नहीं दिया गया. 


Suggested News