PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार शुरू हो गया है। नवंबर महीने के प्रथम सोमवार को मुख्यमंत्री गृह,पुलिस,सामान्य प्रशासन,जमीन व अन्य विभाग से जुड़ी शिकायतों को सुन रहे। एक वृद्ध ने सीएम नीतीश से कहा कि हमारी जमीन और हमारे बेटे को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। यह कहकर वृद्ध फरियादी रोने लगे। एक युवक ने सीएम नीतीश से कहा कि गांव के एक भू-माफिया ने परेशान कर रखा है। वो धमकी देता है कि बीच चौराहे पर तुम्हारी पत्नी की इज्जत लूट लूंगा।
महिला की इज्जत लूटने की धमकी
पीड़ित शख्स ने मुख्यमंत्री से कहा कि गांव का दबंग भू माफिया ने परेशान कर रखा है। जमीन हमारी वो पैसा मांगता है। हमारी पत्नी ने जब डीआईजी से शिकायत करने पहुंची तो फू-माफिया ने चौराहे पर इज्जत लूटने की धमकी दी। सर कुछ करिए...। इस पर मुख्यमंत्री ने युवक को डीजीपी के पास भेज दिया।
रोने लगे एक वृद्ध फरियादी
इस पर मुख्यमंत्री ने पूछा कि जमीन आपकी है? फरियादी ने कहा कि -हां। इस पर मुख्यमंत्री ने वृद्ध फरियादी को डीजीपी के पास भेजा और कहा कि डीजीपी इस मामले को देखेंगे। वहीं बेतिया से आये एक युवक ने कहा कि हमारे पिता पुलिस में थे। सेवा के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। मौत के बाद हमें अनुकंपा पर नौकरी नहीं दी जा रही। पुलिस विभाग की तरफ से जानकारी दी गई कि आपके 2-2 भाई नौकरी में हैं इसीलिए आपको अनुकंपा पर नौकरी नहीं दी जा सकती। इस पर मुख्यमंत्री ने डीजीपी को फोन लगाकर कहा कि जब अनुकंपा पर नौकरी दी जाती है तो इस युवक को नौकरी क्यों मिली? अगर कोई तकनीकी बाधा है तो देखना पड़ेगा।