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बड़हिया के युवा सड़कों पर उतरे, ट्रेनों के ठहराव को लेकर महाआंदोलन शुरू, कहा- अब करो या मरो की बनेगी स्थिति

बड़हिया के युवा सड़कों पर उतरे, ट्रेनों के ठहराव को लेकर महाआंदोलन शुरू, कहा- अब करो या मरो की बनेगी स्थिति

लखीसराय... बड़हिया में ट्रेनों के ठहराव के लिए आज से आमरण अनशन जारी हो गया। क्षेत्र के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक रेलवे कुंभकरण निद्रा से नहीं जागेगा, तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हैबढ़िया जगदंबा स्थान में पूजा कर करने के बाद युवा आंदोलनकारी आंदोलन स्थल की ओर प्रस्थान करते हुए बोले कि अब करो या मरो की स्थिति बनेगी। 

बता दें कि बड़हिया का रेलवे स्टेशन को लेकर प्रदशर्नकारियों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदर्शनकारियों के दबाव में भले ही बिक्रमशिला ट्रेन को स्टॉपेज दिया गया हो, लेकिन प्रदर्शनकारी अब भी अपने मांग को लेकर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक कुल आठ ट्रेनों का ठहराव नहीं होगा आंदोलन बंद नहीं होगा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बड़हिया के स्टेशन से लगभग दो लाख लोगों का फायदा होता है और वर्तमान समय में लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए पटना स्टेशन जाना पड़ता है। इस कारण लोगों को सबसे अधिक आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए सिर्फ एक ट्रेन के मरहम खत्म नहीं होगा।  

हालाकि प्रदर्शन का आह्वान होते ही  रेल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आगामी 19 जनवरी से बड़हिया स्टेशन पर 2367 अप और 2368 डाउन भागलपुर आनंद विहार विक्रमशिला एक्सप्रेस का ठहराव देना सुनिश्चित कर दिया, लेकिन लोगों का कहना है कि पूर्व मध्य रेल हाजीपुर का ये आम लोगों के साथ धोखा है। प्रदर्शनकारी अपना आंदोलन तब तक समाप्त नहीं करेंगे, जब तक ट्रेने शुरू नहीं होंगी। उनका कहना है कि कम से कम यहां आठ ट्रेनों का परिचालन होना ही चाहिए।  

दरअसल, लखीसराय जिले का केवल मोकामा रेलखंड पर अवस्थित बड़हिया रेलवे स्टेशन अति महत्वपूर्ण है। इलाके में बड़ी आबादी प्रतिदिन दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, मद्रास, पटना समेत देश के विभिन्न स्टेशनों के लिए यात्रा करती है, लेकिन कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में ट्रेनें बंद कर दी गई थी। लॉकडाउन खत्म होने के बाद ट्रेनों की आवाजाही तो शुरू हुई है, लेकिन कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव यहांं नहीं दिया गया। जबकि उक्त ट्रेनों का ठहराव लॉकडाउन से पहले था। इससे स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ गई है। अब तो पटना जाने में भी दिक्कत हो रही है, जो सफर ₹50 में हो रहा था वह अब ₹500 में हो रहा है। लोगों के स्थानीय प्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बाद भी ट्रेनों का ठहराव नहीं हो पा रहा है। 

अब भी इन ट्रेनों का ठहराव नहीं

विदित हो कि कोरोना के बाद कोरोना के नाम से बंद रेलगाड़ी का चरणबद्ध परिचालन प्रारंभ होने के बाद 2351/ 2352 राजेंद्र नगर हावड़ा एक्सप्रेस, 3413/ 3414, 3483/ 3484 फरक्का एक्सप्रेस, 8183/ 8184 टाटा दानापुर एक्सप्रेस, 8181/ 8182 टाटा छपरा एक्सप्रेस, 5027/ 5028 मौर्य एक्सप्रेस, 13105/ 13106 सियालदह बलिया एक्सप्रेस, 15648/ 15647 गुवाहाटी लोकमान तिलक साप्ताहिक का ठहराव अभी तक नहीं है।जबकि अन्य निर्धारित स्टेशनों पर पूर्ववत यह सभी ट्रेन रुक रही है।

लखीसराय से कमलेश कुमार की रिपोर्ट


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