बिहार का एक ऐसा स्कूल जहां एक कमरे में बच्चे तो दूसरे में पढ़ते हैं अभिभावक, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान....

बिहार का एक ऐसा स्कूल जहां एक कमरे में बच्चे तो दूसरे में पढ

GAYA: गया का एक ऐसा स्कूल जहां एक ही छत के नीचे बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक को भी शिक्षा दी जा रही है। बोधगया स्थित बसाढी पंचायत के सबलपुर में पिछले दो वर्षों से संचालित बुद्धाआल ट्रस्ट के द्वारा बिल्कुल निशुल्क शिक्षा दी जा रही है। इस स्कूल में एक कमरे में बच्चे पढ़ते हैं तो दूसरे कमरे में उनके अभिभावाक को पढ़ाई जाती है। इसके अलावा पाठ्यसामग्री के साथ निशुल्क शिक्षा दी जा रही है।

इस स्कूल में पढ़ रही महिलाएं बताती हैं कि बचपन में गरीबी और व्यवस्था नहीं रहने के कारण हमलोग नहीं पढ़ सके थे, लेकिन बुद्धा आल संस्था के द्वारा हमारे बच्चों के साथ हमलोग को भी निशुल्क पढ़ाई दी जा रही है। उन्होंने इस संस्था के सराहनीय कार्य से काफी खुशी जाहिर की है। महिलाओं ने बताया कि जब हम लोग बैंक या ब्लॉक में जाते थे तो किसी दूसरे व्यक्ति से फार्म भरवाने के लिए इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब यहां से पढ़ाई के बाद हमलोग स्वयं फॉर्म भर पाते हैं।

गौरतलब है कि इस महिलाओं को पढ़ाने के लिए दो महिला शिक्षक है जो सिर्फ महिलाओं को ही पढ़ाती हैं। ये शिक्षक बेसिक शिक्षा के साथ अंग्रेजी और मैथ भी पढ़ाते है। इन्हें केवल दो घंटे संस्था में पढ़ाई जाती है। संस्था के अध्यक्ष सतीश कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से सिलाई, कंप्यूटर और ब्यूटीशियन का कोर्स भी बिल्कुल निशुल्क कराई जाएगी। 

संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि हमारे संस्था में लगभग तीन सौ छात्र और एक सौ महिलाओं जो बच्चे के अभिभावक है उन्हें निशुल्क शिक्षा दी जाती है। साथ ही इन्हें पाठ्य सामग्री भी इसी संस्था से उपलब्ध कराई जाती है। आपको बता दें कि बोधगया से लगभग दस किलोमीटर दूर गांव में ये संस्था शिक्षा का अलख जगाई है। जहां के बच्चे स्कूल जाने से हिचकिचाते थे। वहीं जाकर ये संस्था उनकी सेवा में समर्पित है। इस संस्था की सराहनीय कार्य से पूरा गांव के लोग शिक्षित है।



गया से संतोष कुमार की रिपोर्ट