दिल्ली. यूक्रेन में रूस का हमला शुरू होने के साथ ही वहां मौजूद करीब 18 हजार भारतीयों की जान पर खतरा मंडरा रहा है. इस बीच गुरुवार को भारतीयों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी को पश्चिमी यूक्रेन की ओर जाने कहा गया है. कहा जा रहा है कि रूस सहित यूक्रेन के अन्य सीमाई अन्य देशों से भारत सरकार ने संकटग्रस्त भारतीयों को वापस भारत लाने के लिए उन्हें उन देशों में बिना वीजा के प्रवेश की अनुमति देने की बात शुरू की है. वहां से भारतीयों को भारत लाया जाएगा.
रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर हमला किये जाने के बाद यूक्रेन अपना एयर स्पेस बंद कर दिया है. सूत्रों के अनुसार रूसी हमले के बीच यूक्रेन को डर है कि उनके यहां आने वाली फ्लाइट्स पर साइबर अटैक किया जा सकता है. खबरों के अनुसार 18,000 से ज्यादा भारतीय अब भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. 72 घंटे पहले यूक्रेन से भारतीयों को एयरलिफ्ट करने का ऑपरेशन हमला शुरू होने के बाद रोक दिया गया है.
इस क्रम में गुरुवार सुबह खबर आयी कि यूक्रेन के लिए रवाना हुई एयर इंडिया की एक फ्लाइट वापस दिल्ली लौट गयी. हालांकि कीव से यूक्रेन इंटरनेशनल एयर लाइंस का एक विमान सुबह 7.45 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा. एसटीआईसी ग्रुप के निदेशक के अनुसार विमान में 182 भारतीय नागरिक हैं और उनमें से अधिकतर छात्र हैं
इससे पूर्व एयर इंडिया की फ्लाइट AI1947 ने मंगलवार को दिल्ली से कीव के लिए उड़ान भरी थी. युद्ध के माहौल में 242 से ज्यादा भारतीयों को स्वदेश लाया गया. 256 सीटों वाले बोइंग 787 ड्रीमलाइनर भारतीयों को लेने गया था. गुरुवार और शनिवार को दो और फ्लाइटें जाने वाली थीं लेकिन अब हमले शुरू होने के बाद इसे रोकना पड़ा है. कीव स्थित भारतीय मिशन ने कई दिन पहले से भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी करनी शुरू कर दी थी. हालांकि अब भी वहां भारतीय फंसे हुए हैं.