SIWAN : जिले के महारागंज में एक गांव ऐसा है, जहां पिछले एक सप्ताह से सन्नाटा पसरा है। गांव की गलियों और सड़कें सूनी पड़ी हुई है। यहां के 53 घरों में ताला लटका है और इन घरों में रहनेवाले 200 लोग यहां से जा चुके हैं। इससे पहले कि यह समझें कि यह किसी आपदा के कारण है तो गलत होगा। दरअसल, पुलिस को उनकी तलाश है, जिससे बचने के लिए सारे लोग फरार हो गए हैं।
गांव में हुई थी दो दो हत्याएं
इस गांव का नाम है रिसौरा। इस गांव में विगत बीस दिनों नें हत्या की दो घटनाएं हुई हैं। इन दोनों हत्याओं का असर है कि गांव में एक दो नहीं, बल्कि कुल 53 घरों के दरवाजे पर ताला लटक रहा है।
14 जून को हुई थी पहली हत्या
रिसौरा गांव में बीते 14 जून को मछली व्यावसायी की प्रदीप पटेल की लाश एक तालाब के किनारे मिली थी। जिसके बाद प्रदीप पटेल के परिजनों ने गांव के पांच नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। जिसमें एक अभियुक्त मैनेजर बांसफोर नाम के एक व्यक्ति को भी अभियुक्त बनाया गया था।
पत्नी के साथ लौट रहा था मैनेजर
इससे पहले कि पुलिस उसे गिरफ्तार करती, 28 जून को मैनेजर बांसफोर की भी गांव के कुछ लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। मैनेजर बांसफोर की हत्या तब की गई जब वह पत्नी कुसुम के साथ एक शादी समारोह से लौट रहा था, इसी दौरान पटेढ़ा बाजार के पास गांव के लोगों ने उसे घेर लिया और जबरन उठाकर अपने साथ ले गए। बाद में उसकी लाठी डंडे से पीटकर हत्या कर दी।
53 लोगों पर लगा हत्या का आरोप
बांसफोर की हत्या के बाद उसके बेटे ने गांव के 18 लोगों पर नामजद और 35 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। यह वही 53 लोग हैं, जो प्राथमिकी में नाम सामने आने के बाद अब पूरे परिवार के साथ फरार हो चुके हैं। वर्तमान में इनके घर के दरवाजे पर ताला लटका है और पुलिस लगातार उन्हें पकड़ने के लिए गांव में गश्त कर रही है।