डीईओ ने स्टेटमेंट दायर करने के लिए दी 48 घंटे की मोहलत
MOTIHARI : जिले के शिक्षा विभाग को भ्रष्टाचार का गढ़ कहा जाए तो यह अतिश्योक्ति नहीं होगी। घोटाले में यह विभाग पूरी तरह डूब चुका है। यहां कभी एमडीएम घोटाला तो कभी खिलौना घोटाला तो मोबाइल की रोशनी में परीक्षा संपन्न कराने सहित कई मामलों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहा है। घोटाला सुर्खियों में आने के बाद जांच के नाम पर फाइल दबाने में भी महारत हासिल है। नया मामला शिक्षा विभाग के निर्देश पर एक वर्ष पूर्व स्कूल के खाता में सभी प्रकार की खर्च से बची राशि को ब्याज सहित स्थापना द्वारा जारी खाता में लौटना था। लेकिन जिला के सैकड़ो विद्यालय शिक्षा विभाग के मिलीभगत से बिना खर्च किये ही लाखो की राशि निकासी कर कुछ कुछ राशि स्थापना के खाते में वापस कर दिए। सबसे रोचक तो यह रहा कि दर्जनों विद्यालय निर्धारित तिथि के बाद भी लाखों रुपया निकासी कर ली गई।
630 विद्यालयों में की लाखों की गड़बड़ी
कुछ विद्यालयों द्वारा बिना स्कूल परिभ्रमण कराए ,स्कूल विकास में राशि खर्च किए, वायरिंग कराए सहित कार्य कराए लाखो की राशि निकासी कर लिया गया ।लाखों की राशि बिना खर्च कराए निकासी कर गबन की चर्चा आयी तो डीईओ ने एक वर्ष पहले सभी विद्यालयों को बीआरसी के माध्यम से बैंक स्टेटमेंट जमा करने का निर्देश दिया गया।लेकिन डीईओ का आदेश का कोई असर भी इन एचएम पर नहीं पड़ा। डीईओ के आदेश के बाद भी जिला के दस प्रखंड के 630 विद्यालयों के एचएम ने एक वर्ष बाद भी बैंक स्टेटमेंट जमा नही किया।
अब 48 घंटे का नोटिस
इधर डीईओ ने 48 घंटे में बैंक स्टेटमेंट जमा नही करने वाले एचएम को पद मुक्त करते हुए बीआरपी व लेखपाल को हटाने व बीईओ की संलिप्ता मानते हुए पर करवाई का निर्देश दिया है ।डीईओ के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। डीईओ के आदेश के बाद भी बैंक स्टेटमेंट जमा नही करना जिला के दस प्रखंड के बीआरपी ,लेखपाल बीईओ व 630 एचएम को महंगा पड़ सकता है ।48 घंटे में बैंक स्टेटमेंट जमा नही करने वाले एचएम को प्रभार से हटाते हुए बीआरपी को कार्य से हटाया जाएगा। वहीं संबंधित बीईओ पर प्रपत्र क गठित की कार्रवाई की जाएगी।
डीईओ संजय कुमार के 48 घंटे के अल्टीमेटम के बाद राशि जमा नही कर गटकने वाले एचएम से लेकर विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। कार्यालय सूत्रों के अनुसार अरेराज 101,चकिया 23,चिरैया 72,कल्याणपुर 38,कोटवा 54, मोतिहारी 75,पहाडपुर 52,रामगढ़वा 65,रक्सौल 125,संग्रामपुर 23 सहित चिन्हित विद्यालय शामिल हैं।
क्या है मामला –
केंद्र प्रायोजित समग्र शिक्षा अभियान में पारदर्शिता लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा सिंगल विंडो सिस्टम वर्ष 2021 में लागू किया गया। जिसके तहत सभी विद्यालयों में पूर्व से सर्व शिक्षा अभियान व आरएमएसए सहित सभी असैनिक व गैर असैनिक संचालित बैंक खाता में रक्षित अव्यहरित राशि को जिला स्थापना द्वारा जारी खाता में ब्याज सहित राशि जून 2021 तक जमा करने का निर्देश दिया गया था।
बीआरसी के अनुसार निर्धारित समय बीतने के बाद भी अरेराज प्रखंड के 119 विद्यालयों में तीन विद्यालय एचएम द्वारा राशि वापस नही किया गया था .वही जिस विद्यालय द्वारा राशि वापस किया गया लेकिन खर्च का मदवार विवरणी कार्यालय को जमा नही किया जा सका .बीआरपी रामजी प्रशाद ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर प्रखंड के सभी विद्यालय एचएम से बार बार बैठक कर मदवार खर्च विवरणी व बैंक स्टेटमेंट जमा करने का निर्देश दिया गया .प्रखंड के 119 विद्यालय में मात्र 40 विद्यालय एचएम द्वारा बैंक स्टेटमेंट अबतक जमा किया गया है। सूचना है कि कुछ विद्यालय एचएम द्वारा निर्धारित तिथि के बाद राशि की निकासी की गई है। बैंक स्टेटमेंट जमा होने के बाद ही संख्या स्पष्ट होगा।
पहले ही शिक्षा विभाग में हुए हैं बड़े घोटाले
जिला में बच्चों के निवाला घोटाला सामने आने के बाद भी जांच के नाम पर फाइल दबा कर सिर्फ प्रभार बदलकर मामला पर पर्दा डाला गया। पताही प्रखंड में एमडीएम घोटाला का मामला उजागर होने के बाद हरसिद्धि, छौड़ादानो, मोतिहारी प्रखंड के एमडीएम का जांच कराया गया। लेकिन आजतक न जांच रोपोर्ट पर कोई करवाई की गई नही बाकी प्रखंडो का जांच कराया गया। अगर जिला के एमडीएम के फरवरी मार्च माह में चावल वितरण का सूक्ष्म तरीके से जांच करा दिया जाय तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।