PATNA : इस साल पटना से खुलनेवाली तीनों जनशताब्दी के परिचालन पर रोक लगाने की तैयारी है। पूर्व मध्य रेलवे ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। ईसीआर के अनुसार अभी पटना से रांची, पटना से हावड़ा और पटना से वाराणसी के बीच जनशताब्दी चलाई जाती है। लेकिन इन ट्रेनों को अब हटाया जा सकता है। हालांकि इससे इन ट्रेनों के यात्रियों को ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि ईसीआर ने इनकी जगह दूसरी ट्रेन चलाने की योजना बनाई है।
वंदे भारत से किया जाएगा रिप्लेस
दरअसल, पटना के रेल यात्रियों का इंतजार अब खत्म होनेवाला है। पूर्व मध्य रेल ने फैसला लिया है कि तीनों जनशताब्दी ट्रेनों की जगह अब सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जाएगी। पूर्व मध्य रेल में पटना से हावड़ा, पटना से रांची और पटना से वाराणसी के बीच चल रही जनशताब्दी को वंदे भारत एक्सप्रेस से रिप्लेस किया जाएगा। रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी की मानें तो इस साल के अंत तक पूर्व मध्य रेल को तीन वंदे भारत ट्रेनें मिल जाएंगी। वहीं इन तीनों वंदे भारत के अलावा एक लखनऊ के लिए भी एक वंदे भारत चलाई जाएगा, जो पाटलिपुत्र स्टेशन से दीघा ब्रिज के रास्ते लखनऊ तक जाएगी।
इन रूटों पर भी चलेगी वंदे भारत
बजट में 400 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की घोषणा की है। जिसमें बिहार के कई रूटों पर यह ट्रेन दौड़ती हुई नजर आएगी। जहां पटना की तीनों वंदे भारत ट्रेनें जनशताब्दी को रिप्लेस करेंगी, वहं झाझा से पंडित दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) जंक्शन के बीच रेल ट्रैक के अपग्रेडेशन के बाद पाटलिपुत्र से लखनऊ की एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलेगी। 160 किमी की रफ्तार में ट्रेन चलाने के लिए झाझा-डीडीयू ट्रैक में बदलाव किया जा रहा है। बात अगर डीडीयू से हावड़ा रूट की बात करें तो इस रूट पर भी एक वंदे भारत का मिलना तय माना जा रहा है। डीडीयू से हावड़ा रूट के बीच 160 किमी की स्पीड लायक ट्रैक अपग्रेडेशन का काम पूरा हो चुका है। फिलहाल यहां इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल सिस्टम लग रहा है। इसके बाद गया को भी एक तरफ डीडीयू और दूसरी तरफ हावड़ा जाने के लिए वंदे भारत मिलना लगभग तय है।
देश के सभी रूटों पर 400 ट्रेनें चलेंगी
फिलहाल देश के दो रूटों पर 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रहीं सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का नेटवर्क अब देश के सभी रूटों पर होगा। देश में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी के बीच शुरू हुई। दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से कटरा के बीच चलायी गई। रेलवे का मानन है कि देश के सभी रूटों पर स्वदेशी तकनीक की इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन से जुड़ने पर रेल नेटवर्क बहुत तेज हो जाएगा।
समय की होगी बचत
वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना सर्वप्रथम उन्हीं रूट पर है, जहां यात्री आठ से 10 घंटे में अपना सफर पूरा करते हैं। जनशताब्दी एक्सप्रेस अधिकतम 110 से 130 की स्पीड तक चलती है, जबकि सेमी हाईस्पीड वंदे भारत की गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा है। वर्तमान में चलने वाली रांची-पटना जनशताब्दी ट्रेन को 418 किमी की दूरी तय करने में लगभग आठ घंटे लगते हैं। इस रूट पर वंदे भारत ट्रेन चलने से यात्रियों का दो से तीन घंटे का समय बचेगा। इसी तरह हावड़ा और वाराणसी जाने-आने में भी समय बचेगा।