PATNA : नीदरलैंड की तर्ज पर पटना के बेली रोड पर ट्रैफिक के निर्बाध परिचालन के लिए लोहिया पथ चक्र का निर्माण हो रहा है। 391.47 करोड़ की इस परियोजना पर 19 फरवरी 2015 को काम शुरू हुआ।
पहले इस परियोजना को साल 2019 में ही पूरा करना था। लेकिन स्ट्रक्चर डिजाइन में कई बार बदलाव के कारण इसके पूरा होने की समय सीमा बढ़ती चली गई। उम्मीद है कि इस साल के अंत तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।
नेहरू पथ यानी बेली रोड पर यातायात सुचारू करने के लिए लोहिया पथ चक्र के वास्ते मंगलवार को राज्य मंत्रिपरिषद ने 391 करोड़ की मंजूरी दे दी गई। यह राशि ‘बैकवर्ड रीजन ग्रांट फंड' के तहत खर्च होगी। पहले इस परियोजना को राज्य योजना से पूरा करना था।
बेली रोड पर ललित भवन से बीपीएससी तक वैकल्पिक व्यवस्था के तहत गाड़ियों का परिचालन शुरू किया गया है। आईआईटी दिल्ली की ओर से इसकी तकनीक मुहैया कराई गई है।
लोहिया पथ चक्र में सात जगह स्ट्रक्चर का निर्माण होना है। अंडरपास और स्वैप भी बनाए जाएंगे जो क्रमश: जमीन से साढ़े तीन मीटर ऊपर और साढ़े तीन मीटर नीचे होंगे।
आरंभिक डिजाइन ललित भवन से शुरू हो रहा है। सगुना मोड़ से डाकबंगला की ओर आने वाले ट्रैफिक को सड़क के ऊपर बने स्वैप से निकाल दिया जाएगा। जबकि सर्कुलर रोड की तरफ से आनेवाले वाहनों को अंडर पास से गुजारते हुए बेली रोड में मिलाया जाएगा।
इसी तरह बेली रोड से सर्कुलर रोड की तरफ जाने वाले वाहनों को एक-दूसरे अंडरपास से निकाला जाएगा। विश्वेश्वरैया भवन के पास फ्लाईओवर बनाया गया है। पहले यहां से पटना-दीघा रेलवे लाइन गुजरती थी, जिसकी जगह अब फोरलेन सड़क बनाई जा रही है। इस फोरलेन सड़क को फ्लाईओवर से जोड़ा गया है।