कटिहार- एनएफएल मंडल के कटिहार डिवीजन को रेलवे के दृष्टिकोण से गेट-वे ऑफ़ इंडिया भी कहा जाता है, इससे पहले भी ट्रेन के माध्यम से कई तरह की तस्करी जो रेलवे ट्रेन के माध्यम से किया जाता रहा है वह सुर्खियों में रहा है, चौकन्ना कटिहार रेल पुलिस ने इसे लेकर अच्छा काम भी किया है मगर इस बार कटिहार पुलिस ने एक ऐसा गिरोह को धर दबोचा है जो कटिहार रेल मंडल के कटिहार शहर से कई किलोमीटर दूर आउटर के इलाके में मालगाड़ी रुकते ही अनाज लगे मालगाड़ी के सील तोड़कर अनाज के बोरा गायब कर देते थे, कटिहार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्राणपुर स्टेशन से जुड़े इस मामले में 57 बोरा गेहूं के साथ सात लोगों को गिरफ्तार किया है, पहली बार देश के अनाज चोर गिरोह पर इस सफल कार्रवाई रेल पुलिस भी बेहद संतुष्ट है.
कटिहार रेल पुलिस के गिरफ्त में सातो शख्स भले ही उनके गिरफ्तारी पर सवाल पूछने पर गोल मटोल जवाब दे रहे हैं लेकिन इस सातों के कारनामा को आप सुनेंगे तो दंग रह जाएंगे मिथुन केवट, जिच्छू कुमार, जितेंद्र कुमार केवट, राजेंद्र केवट, एतवारी केवट, मनोज केवट और आनंदी केवट रात के अंधेरे में कटिहार रेल मंडल के प्राणपुर स्टेशन पर गेहूं के बोरा लदे अनाज वाले मालगाड़ी रुकते ही यह सातों मालगाड़ी के वैगन में लगे लॉक को तोड़कर अनाज के बोरा उतार लेते थे, पिछले कुछ दिनों से कटिहार रेल पुलिस को इसको लेकर गुप्त सूचना मिला था फिर कटिहार रेल कमांडेंट लगातार कई दिनों से पूरे मामले पर खुद के देखरेख में रेकी करवाया और जब इस बार अनाज के लुटेरों ने एक बार फिर रात के अंधेरे में मालगाड़ी के बोगी के लॉक तोड़कर अनाज के बोरा को उतार लिया तो पुलिस टीम उसे पर झपट पड़ी रात के अंधेरे के फायदा उठाकर स्टेशन के आसपास के ही रहने वाले सभी लोग कुछ देर के लिए फरार हो गए और अपने आप को निर्दोष साबित करने के लिए खुद के ही घर चले गए लेकिन रेल पुलिस के इंटेलिजेंस ने पहले से आरोपियों का नाम और घर पहले से ही पता करके रखा था फिर देर किस बात की थी रेल पुलिस सुबह तक मालगाड़ी के बोगी के लोक तोर कर 57 बोरा गेहूं के सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, गिरफ्तारी के बाद यह सातों आरोपी जिसमें एक ही परिवार के दो भाई भी है उनके अपराध पर पूछने से गोल मटोल जवाब दे रहा है...
देश के अनाज लूट से जुड़े इस मामले पर खुलासा करते हुयें,कटिहार रेलवे कमांडेंट कमल सिंह ने कहा कि यह एफसीआई के लिए बुक किया गया गेहूं का बोरा है जो देश के एक प्रांत से दूसरे प्राण तक मालगाड़ी के माध्यम से ले जाया जा रहा था लेकिन अनाज के लुटेरों ने प्राणपुर स्टेशन के पास ट्रेन के रफ्तार धीमी होते ही पिछले कई दिनों से लगातार इस अपराध को अंजाम दे रहे थे, रेल पुलिस पूरी मजबूती के साथ इस मामले की रेकी के बाद इस गिरोह को गिरफ्तार करते हुए 57 बोरा गेहूं बरामद किया है, प्रति बोरा में लगभग 50 किलो गेहूं है.... क्या इसमें रेलवे के किसी वरीय पदाधिकारी के मिली भगत हो सकता है इस सवाल के जवाब में रेलवे कमांडेंट कमल सिंह ने कहा कि फिलहाल सभी विषय जांच के दायरे में है और जांच के बाद और कोई विषय स्पष्ट हो सकता है।
भारतीय रेलवे में मालगाड़ी के सहारे देश की एक कोने से दूसरे कोने तक जरूरी सामान, माल एवं अनाज की ढुलाई महत्वपूर्ण कार्य है और इसके लिए रेलवे के कई विभाग पारदर्शिता के साथ काम करते हैं मगर इन सब के बावजूद अगर इस तरह से अनाज चोरी हो जाये तो यकीन मानिए सिस्टम में बैठे कोई शख्स इस पूरे सिस्टम को तोड़ने मे मास्टरमाइंड की भूमिका निभा रहे हैं।
रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह