RANCHI : रांची की बुढ़मू थाने ने वाहन चोरी में लिप्त एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। बताया गया कि इस गिरोह की सरगना एक युवती है. जिसके इशारे पर गाड़ियों की लूट और चोरी की घटना को अंजाम दिया जाता था।
पटना की रहनेवाली है युवती
बुढ़मू पुलिस के अनुसार गिरोह की सरगना का नाम लवली है और वह पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी की रहने वाली है। पुलिस ने बताया कि वह पटना में बैठकर गिरोह का संचालन करती थी। झारखंड में वाहनों की चोरी और लूट की कई घटनाओं को उसने अंजाम दिया है।
ग्लैमरस ठाठ देख पुलिस भी हैरान, खुद को बताती थी बैंककर्मी
पुलिस गिरफ्त में आई महिला सरगना का ग्लैमरस ठाट-बाट देख पुलिस भी हैरान रह गई। लवली सुनियोजित तरीके से गिरोह चला रही थी। गिरफ्तारी के वक्त भी उसने धौंस दिखाने की कोशिश की। वह महंगे होटल में रुकती थी। खुद को बैंक कर्मी बताती थी।
इस तरह से बनाती थी अपने शिकार
पुलिस के अनुसार लवली बन-ठन कर सड़क पर सुनसान में अकेले खड़ी हो जाती।कार चालकों से लिफ्ट मांगती। पूर्व प्लान के अनुरूप उसके साथी रास्ते में रोकते और लूटपाट की घटना को अंजाम देते थे। उसके साथ इस गिरोह में चान्हो थाना क्षेत्र के तरंगा निवासी फरीद खान, पटना की लवली सिंह एवं हजारीबाग के शिवकुमार, अशफाक अंसारी, मो. अजहर व मुश्ताक आलम उर्फ अरमान शामिल हैं। अपराधियों ने पुलिस को बताया कि उनके निशाने पर महंगी महंगी गाड़ियां होती थीं। वे शादी समारोह में ऐसी गाड़ियों पर नजर रखते और वहीं से गायब करते थे। चोरी की गाड़ियों का नया इंजन और चेचिस पर फर्जी नंबर डालकर उन्हें बड़े शहरों में बेच देते थे।
इस तरह आई पकड़ में
ताजा घटना एक दिसंबर की है। बुढ़मू थाना क्षेत्र के पाथकोइ गांव में बरात आई थी। यहां लवली के गिरोह ने जंगल के रास्ते गुजर रही दूल्हे की गाड़ी घेर लिया और दूल्हे को जंगल में ही उतार दिया और उसकी स्विफ्ट गाड़ी लूट ली थी। बुढ़मू से गाड़ी चोरी होने के बाद पुलिस ने जाल बिछाकर जांच शुरू की।
जब पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी तो शादी के वीडियो फुटेज में एक संदिग्ध दिखा। वही लाइनर का काम कर रहा था। संदिग्ध को पुलिस ने उठाया। वह फरीद खान निकला। संदिग्ध को पुलिस ने उठाया। वह फरीद खान निकला। इसके बाद तो मामला परत दर परत खुलता चला गया और वाहन चोर गिरोह की महिला सरगना लवली समेत सभी की गिरफ्तारी हुई। उनकी निशानदेही पर तीन गाड़ी, छह मोबाइल, गाड़ी के फर्जी कागजात और नगद 34 हजार रुपये बरामद हुए।