BETTIAH : आम तौर पर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और मंदिरों के पूजा कर निकलने के बाद भिखारी पैसे मांगते दिख जाते है। लोग खाना, कपड़े और पैसे देकर उनकी मदद करते हैं। हालाँकि कई लोग छुट्टे पैसे नहीं होने का बहाना बनाकर निकल जाते हैं। लोगों की इस बहानेबाजी से परेशान होकर बेतिया एक भिखारी ने अनोखा तरीका निकाला है। जिसकी शहर में जगह जगह चर्चा हो रही है।
दरअसल बेतिया के इस भिखारी का नाम राजू बताया जा रहा है, बचपन से बेतिया रेलवे स्टेशन पर भीख मांग कर अपना भरण पोषण कर रहा है। लेकिन कई लोगों ने कहा वालेट के जमाने में अब छुट्टे कौन रखता है। इससे परेशान होकर राजू बेतिया के स्टेट बैंक के मुख्य शाखा पहुंच गया और कर्मियों से खाता खोलने के लिए कहा। खाता खोलने के लिए उससे आधार कार्ड और पैन कार्ड की मांग की गयी। जिसके लिए उसने अपना पैन कार्ड भी बनवाया। खाता खुल जाने के बाद उसने अपना ई वालेट भी बना लिया है। अब लोगों से गूगल पे और फोन पे के माध्यम से पैसे लेता है। गले में क्यू आर कोड का पट्टा लगाये वह शहर के अलग अलग इलाकों में दिख जाता है।
मिली जानकारी के मुताबिक़ राजू बसवरिया वार्ड नंबर 30 के रहने वाले प्रभुनाथ प्रसाद का 40 साल का इकलौता बेटा है। मंदबुद्धि होने के कारण राजू को पेट पालने के लिए और कोई उपाय भी नहीं दिखा तो राजू भीख मांगने लगा। वह लालू यादव को अपना पापा बोलता है, वहीं खुद को PM मोदी का भक्त बताता है। बताया जाता है की खुद को लालू प्रसाद का बेटा कहने वाला राजू पश्चिम चंपारण जिले में लालू के सभी कार्यक्रमों में जरूर पहुंचता था। राजू बताता है कि लालू यादव भी उसके फैन थे और वह उनका इतना चहेता था कि साल 2005 में लालू प्रसाद यादव के आदेश पर उसे सप्तक्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस के पैंट्री कार से रोज भोजन मिलता था। यह सिलसिला साल 2015 तक चला। इसके बाद अब वह अपने पैसे से भोजन करता है।