PURNIA : बिहार में पिछले कुछ दिनों में लगातार पुलों के ध्वस्त होने की खबरें सामने आ रही है। लेकिन इस बार पुल तो सुरक्षित बच गया, लेकिन उसे जोड़नेवाला एप्रोच रोड नदी के बहाव का दबाव नहीं झेल सका। जिसका नतीजा यह हुआ कि दो गांव को जोड़नेवाला रास्ता बंद हो गया है। अजीब संयोग की बात यह है कि एक साल पहले ठीक इसी दिन यह एप्रोच रोड बह गया था। अब एक साल बाद उसी दिन फिर यह घटना हो गई है।
यह पूरा मामला पूर्णिया के अमौर प्रखंड में रंगरैया लाल टोली गांव से जुड़ा है। जहां मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत सड़क सहित पुल का निर्माण कराया गया था। स्थानीय लोगों ने कहा कि 2 साल पहले ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा 70 मीटर लंबी यह पुल बना था। पहले भी इसका एप्रोच पथ कटा था । अब तक तीन बार अप्रोच पथ कट चुका है। लेकिन सेंड बैग और अन्य चीजों को देकर खानापूर्ति कर अप्रोच पथ बनाया जाता है। फिर यह कट जाता है। एप्रोच रोड ध्वस्त हो जाने से 10000 लोगों का आवागमन ठप हो गया है।
पिछले साल 13 जुलाई को हुई थी घटना
ग्रामीणों ने बताया कि 13 जुलाई 2023 को इसी जगह पर पुल का एप्रोच पथ ध्वस्त हो गया था. एक साल बाद इसी जगह पर दोबारा पुल का एप्रोच ध्वस्त हो गया है। लोग नाव के सहारे आवागमन करने पर विवश हैं।
अधिकारियों ने कहा बाढ़ आने से कटा एप्रोच रोड
स्थानीय लोगों ने कहा कि सनी कंस्ट्रक्शन के द्वारा पूल का निर्माण हुआ था ।लेकिन अप्रोच पथ सही तरीके से नहीं बनाया गया। साथ ही नदी का रास्ता भी मुड़ गया है। जिस कारण बार-बार यह अप्रोच पथ कट रहा है। वहीं इस बाबत पूछे जाने पर अमौर के अंचलाधिकारी सुधांशु मधुकर ने कहा कि कुछ दिन पहले ही अप्रोच पथ बनाया गया था। लेकिन फिर से बाढ़ आने के कारण अप्रोच पथ और सड़क कटी है । फ्लड फाइटिंग का काम किया जा रहा है। आज इसको दुरुस्त कर लिया जाएगा।
सीओ ने बताया कि अमौर प्रखंड में महानंदा कंकई, परमान और दास नदी में उफान के चलते सभी पंचायत का कुछ-कुछ इलाका प्रभावित है । कई जगह बाढ़ का पानी घुस गया है। जो प्रभावित लोग हैं उन्हें सुरक्षित जगह पर लाया गया है ववहीं प्रभावित जगह पर कटाव निरोधक काम भी हो रहा है। बायसी के एसडीएम कुमारी तोसी ने कहा कि नदी के किनारे के क्षेत्र में पानी घुसा है। कुछ जगह श्रीपुर मल्लाह टोली समेत कई गांव में कटाव हो रहा है । वहां फ्लड फाइटिंग का भी काम हो रहा है व बहरहाल लोगों का कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि को ध्यान देना चाहिए।
REPORT - ANKIT KUMAR