AURANGABAD : 16 साल के नीतीश सरकार के राज में जिस एक कार्य की सबसे ज्यादा प्रशंसा होती है, वह है बेहतर सड़क की, बिहार के सभी जिलों में अच्छी सड़क बनाने के दावे सरकार की तरफ से किए जाते हैं। गांव गांव तक आने जाने के लिए सड़क निर्माण की बात कही जाती है। ऐसे ही एक सड़क की सच्चाई हम आपको बतातें हैं। इस सड़क की सबसे बड़ी खासियत है कि इस पर वाहनों का चलना तो दूर की बात है पैदल चलना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। पूरी सड़क पर सिर्फ कीचड़ ही नजर आती है। इस नारकीय जीवन को जीना गांव वालों को मजबूरी हो गई है।
यह तस्वीर है।दाउदनगर नगर परिषद वार्ड संख्या - 26 में स्थित पटेल नगर गऊघाट की। यह दाउदनगर कॉलेज जाने का रास्ता है। जिसका निर्माण डिस्ट्रिक्ट बोर्ड के द्वारा करवाया गया था। आज इस सड़क का हालत पूरी तरह से नरक में तब्दील हो चुकी है। पैदल चलना भी मुश्किल है। लोगों का कहना है की आज से 5 वर्ष पहले स्थानीय लोगों के सहयोग से श्रम दान एवं अर्थ दान की सहयोग से निर्माण किया गया था। जिसके बाद इसका देखरेख आज तक किसी भी विभाग के द्वारा नहीं किया गया और नहीं बनाया गया।
लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में शैक्षणिक संस्थान काफी ज्यादा है। यह दाउदनगर नगर परिषद वार्ड संख्या 26 के अंतर्गत आता है। पूर्वी पटेल नगर की बड़ी आबादी को जोड़ने के लिए यह एक मात्र रास्ता है। यहां बरसात के मौसम में इस मोहल्ले के लोग को काफी ज्यादा चिंतित रहती हैं।यह सड़क कई गाँव को भी शहर से जोड़ती है।यह सड़क शहर को एनएच 139 से भी जोड़ती है, जिसके कारण लोगों को इस रास्ते से गुजरना मजबूरी बन चुकी है।