बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

यही इनकी नियति : बाढ़ के पानी में कराया गया अंतिम संस्कार, 90 साल के बुजुर्ग को अंतिम बार नसीब नहीं हुई गांव की जमीन, दर्दनाक हैं तस्वीरें

यही इनकी नियति : बाढ़ के पानी में कराया गया अंतिम संस्कार, 90 साल के बुजुर्ग को अंतिम बार नसीब नहीं हुई गांव की जमीन, दर्दनाक हैं तस्वीरें

DARBHANGA :  बाढ़ के बीच इस साल कई शादियां हुई हैं, कई दुल्हनों को नाव पर विदा होते देखा है। लेकिन, अब एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखने के बाद बिहार में हर साल बाढ़ की विभिषिका के बीच रहना लोगों की नियति बन चुकी है। शादी जैसे पवित्र बंधन जैसे लेकर अब अंतिम संस्कार भी बाढ़ के पानी के बीच किया जाने लगा है। यहां एक शव है, नाव है और उस पर बैठे कुछ लोग अंतिम संस्कार की विधि को पूरा कर रहे हैं। 

यह दर्दनाक तस्वीर दरभंगा के कुशेश्वरस्थान की है, जहां बाढ़ से घिरे महिसौत गांव में 90 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। परेशानी यह थी कि बुजुर्ग को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था, क्योंकि पूरा गांव पानी से भरा हुआ था। ऐसे में गांव वालों ने एक जुगाड़ का सहारा लेना शुरू किया और बाढ़ के पानी में ही बुजुर्ग का अंतिम संस्कार कराया गया। यहां के लोगों का कहना है कि हर साल की स्थिति है। तीन से चार माह यह गांव पानी से भर जाता है। 

इस तरह की अंतिम संस्कार की व्यवस्था

गांव वालों ने पानी से घिरे श्मशान में बांस के सहारे एक मचान तैयार किया, फिर मचान पर कोठी रख किया,  वहीं पाइप के नीचले हिस्से को भी ढंक दिया गया. ताकि आग मचान में न लगे। इसके बाद पाइप में लकड़ियां खड़ी की गई और उसके बीच शव को रखा गया। वहीं मृतक का बेटा नाव से ही शव की परिक्रमा कर विधि पूरी की। नाव से ही पंडित ने अंतिम संस्कार के सारे मंत्र पढ़े और मुखाग्नि की प्रक्रिया पूरी की गई। 

वरुण ठाकुर की रिपोर्ट



Suggested News