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बना उदाहरण! एक ही मंडप में तीन जोड़ों ने लिए सात फेरे, सिर्फ 25 लोग हुए शामिल, इलाके में मिसाल बनी यह अनोखी शादी

बना उदाहरण! एक ही मंडप में तीन जोड़ों ने लिए सात फेरे,  सिर्फ 25 लोग हुए शामिल, इलाके में मिसाल बनी यह अनोखी शादी

GAUTAMBUDH NAGAR :  एक तरफ कोरोना नियमों को दरकिनार कर कुछ लोग शादियों को भव्य तरीके से करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरे कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके लिए शादियों के दौरान भी सरकार के गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर के दनकौर के चचूला गांव में एक शादी ऐसी भी हुई जिसने लोगों को कोरोना के खतरे के बीच सकारात्मक संदेश दिया है। सिर्फ 15 बरातियों के साथ 3 युवतियों की शादी के चलते कोरोनाकाल में यह विवाह मिसाल बन गया है, क्योंकि जहां शादी करने पर बैंड, बाजा, बरात के साथ लोग पहुंचते थे, वहीं इस शादी में सिर्फ वर वधू के परिवार के लोग शामिल हुए।

एक तरफ तीन भाई, दूसरी तरफ तीन बहनें

मामला गौतमबुद्ध नगर के दनकौर क्षेत्र के गांव चचूला में हुई शादी इलाके में चर्चा का विषय बन गयी है। बताया गया कि बुलंदशहर जिले के गुलावठी ब्लॉक के ग्राम शेरपुर के जगवीर सिंह खारी दूल्हे बने अपने तीन बेटों आकाश, विकास व निखिल और 15 बरातियों के साथ चचूला में समयपाल नागर के घर पहुंचे। जहां समयपाल नागर ने अपनी तीन बेटियां रिया, ईषा व कोमल की शादी कोरोना गाइडलाइन के तहत की।  इस बरात में ना बैंड था और ना बाजा। केवल 3 दूल्हे थे और सिर्फ 15 बराती थे। 

एक साथ अपनी तीनों बेटियों की विदाई करनेवाले पिता समयपाल नागर ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते दूल्हा पक्ष से बातचीत कर शादी का फैसला किया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक, विवाह संपन्न हुआ। इस दौरान 15  बराती तो सिर्फ 10 लोग दुल्हन पक्ष के शामिल हुए। 

पिता ने कहा – बच्चों के अरमान पूरे नहीं होने का है मलाल 

तीनों बेटियों के पिता समयपाल नागर ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते दूल्हा पक्ष से बातचीत कर शादी का फैसला किया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक, विवाह संपन्न हुआ। इस दौरान 15  बराती तो सिर्फ 10 लोग दुल्हन पक्ष के शामिल हुए। रिश्तेदार व दोस्तों की धमाचौकड़ी न हो तो सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि दुल्हा और दुल्हन की दिल पर क्या गुजरेगी, खैर हम तो पिता हैं। बहुत अरमान थे। आगे होंगे। वहीं दूल्हों के पिता ने कहा कि शादी की सारी तैयारी हो चुकी थी। बैंड बाजा पार्टी, आतिशबाजी व बग्गी घोड़ी भी तय कर दिए गए थे। उनका भुगतान भी कर दिया गया था।लेकिन इसके बाद भी सरकार के फैसले का सम्मान किया गया।

दूल्हा दुल्हन के दोस्त भी नहीं आए शादी

किसी के लिए उसकी शादी जिंदगी का सबसे बड़ा पल होता है, लेकिन इस शादी में तीन जोड़ों का न कोई साथी न सहेली ही इस यादगार पल का हिस्सा बन सके। शादी के बंधन में बंधे इन जोड़ों ने बताया कि इस बात का उन्हें मलाल है। हमारे सारे अरमान कोविड में धूल गए।

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