बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

मोहल्ले के दो युवकों के कारण बिकने से बच गई तीन साल की लाडो, पटना में चल रहा था बच्चों को बेचने का धंधा

मोहल्ले के दो युवकों के कारण बिकने से बच गई तीन साल की लाडो, पटना में चल रहा था बच्चों को बेचने का धंधा

PATNA : राजधानी पटना में अपहरण लूट, हत्या जैसी घटनाओं के बाद अब छोटे बच्चों का अपहरण कर उन्हें बेचने का भी धंधा शुरु हो गया है। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस तीन साल की एक बच्ची को ढूढ़ते हुए एक घर में पहुंची, वहां बच्ची के के साथ पुलिस ने दूसरे बच्चों को भी छुड़ाया। इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही इस बात की पड़ताल की जा रही है कि इस गैंग में कौन कौन सफेदपोश शामिल हैं।

उक्त कार्रवाई कदमकुआं थाना क्षेत्र के लालजी टोले की कुम्हर टोली में की गई। जहां एक न्यायिक अधिकारी के घर में बच्ची की खोज में पुलिस ने छापेमारी की थी। इस दौरान पुलिस यह देखकर हैरान रह गई कि यह कई दूसरे बच्चे भी मौजूद थे, जिन्हें बेचने की तैयारी चल रही थी। साथ ही इस घर में जिस्मफरोशी का धंधा भी चलता था,जिसके बारे में आसपास के लोगों को भी जानकारी थी। मौके से पुलिस ने तीन महिलाओं और दो युवक को हिरासत में ले लिया

यह था पूरा मामला

मालूम हो कि 24 जून को तीन साल की तानिया का मोना गली से अपहरण कर लिया था. तानिया के घर में ही किराये के मकान में रहने वाले एक किशोर ने उसे 500 रुपये में पटना जंक्शन पर एक भिखारिन को बेच दिया था, जिसके बाद भिखारिन रुक्मिणी देवी से रेखा देवी नाम की महिला ने तानिया को पटना जंक्शन से ले गयी थी। मामले की जानकारी मिलते ही एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो और टाउन डीएसपी अशोक कुमार सिंह पहुंचे. परिवार वालों से बात की। इसके बाद पीरबहोर के थानेदार सबीह उल हक और एसआइ अमित कुमार से मामले की पूरी जानकारी ली. इस मामले में अब तक तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पूर्व में तानिया के घर में किराये पर रहने वाले किशोर समीर, भिखारिन रुक्मिणी देवी और अब रेखा देवी।


दो युवकों की समझदारी से पहुंची पुलिस

इस पूरी कार्रवाई में मोहल्ले के रहनेवाले दो युवकों की भूमिका प्रमुख रही। बताया गया कि घर में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे से सभी वाकिफ थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से एक बच्ची के चीखने की आवाजें आ रही थी, ऐसे में आसपास के लोगों को शक हुआ कि जरूर किसी दूसरे के बच्चे को जबरदस्ती लाया गया और उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। इसके बाद मुहल्ले के दोनों युवक ग्राहक बनकर अंदर गये. घर के अंदर कई सारे बच्चे थे। उसी में तानिया भी शामिल थी और रो रही थी।

 इसके बाद वे बाहर निकल गये और हाल में हुई बच्ची की लापता के बारे में जानकारी जुटाने लगे। इसके बाद दोनों को तानिया के बड़े पापा आसिफ का नंबर मिला। दोनों ने आसिफ से गायब बच्ची की तस्वीर मंगवायी, तो पता चला कि यही बच्ची वहां कमरे में बद थी. इसके बाद आसिफ अपने साथी जाप कार्यकर्ता उत्कर्ष के साथ मिलकर घर में घुस गय। वहीं, तुरंत इसकी सूचना पीरबहोर थाने की पुलिस को भी दी गयी, जिसके बाद पुलिस ने भी छापेमारी कर दी.

कोने में छिपी थी तानिया, बड़े पापा को देख सीने से लिपटी

आसिफ ने बताया कि जब हमलोग कमरे में गये, तो देखे कि तानिया कोने में छिपकर बैठी है. कई बार चिल्लाने के बाद भी वह नहीं सुन रही थी. काफी डरी हुई थी. जैसे ही आसिफ ने कहा-लाडो, मैं बड़े पापा हूं, यह सुन सीने से लिपट गयी. तानिया के हाथों में चोट के निशान भी हैं।

एसएसपी ने कहा: ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने की थी तैयारी

एसएसपी ने बताया कि अब तक की जांच में यह पूरा मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग का लग रहा है। अब भी जांच चल रही है। हिरासत में लिये गये महिला व युवकों से पूछताछ की जा रही है. सूत्रों की मानें, तो लड़की को बेचने की तैयारी की जा रही थी. जैसे ही वह बड़ी हो जाती, बाहर के दलालों के हाथों बेच दिया जाता।


Suggested News