Patna: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है, लेकिन महागठबंधन और एनडीए में सीट बंटवारे का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है. राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी ने इस मसले पर प्रतिक्रिया जाहिर की है. उनका कहना है कि महागठबंधन में अभी तक सीटों का बंटवारा हो जाना चाहिए.
शिवानंद तिवारी ने कहा कि समय पर टिकट का बंटवारा हो जाना चाहिए. इसमें देरी हो रही है जिसका मैं समर्थन नहीं करता. मगर बिहार की राजनीति में सब कुछ आसान नहीं होता है. विवाद महागठबंधन में हो या एनडीए में दोनों जगह दिख रहा है.
उपेंद्र कुशवाहा के नीतीश खेमे में जाने के सवाल पर शिवानंद तिवारी ने कहा कि सब लोग अपना खेल कर रहे हैं. सिद्धांत की राजनीति कोई नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को अपने मन मुताबिक सीट नहीं मिली तो अलग बात कर रहे हैं. शिवानंद तिवारी ने यह भी कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को जाने के लिए जगह कहां है? हालांकि उन्होंने साथ-साथ यह कहा कि दो पैर वाले को नहीं रोका जा सकता है, चार पैर वाले को बांधकर रखा जा सकता है.
बता दें कि महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अभी सहमति नहीं बन पाई है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा राजद नेता तेजस्वी यादव का नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन से अपना रास्ता तलाश रहे हैं.
जीतन राम मांझी की सुरक्षा को लेकर शिवानंद तिवारी ने कहा कि उनको सुरक्षा की क्या जरूरत है. उन्होंने 1916 का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार बनारस में वायसराय आ रहे थे. उनके लिए सुरक्षा को लेकर बहुत खर्च हुआ था. इसको लेकर गांधीजी ने कहा था जिस इंसान के लिए गरीब देश में इतना खर्च हो रहा है वैसे लोग को मर ही जाना चाहिए.