PATNA: बिहार में धान अधिप्राप्ति की समय सीमा 31 जनवरी को खत्म हो रही है। इसके पहले सीएम नीतीश ने आज हाईलेवल मीटिंग बुलाई। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में नेक संवाद में आज धान अधिप्राप्ति की समीक्षा बैठक हुई।मीटिंग में मुख्यमंत्री ने यह आदेश दिया कि धान अधिप्राप्ति की समय सीमा को 1 फरवरी 2021 तक बढ़ाएं। इस तरह से बिहार के किसान अब 21 फरवरी तक धान को पैक्सों में बेच सकते हैं।
CM नीतीश की हाईलेवल मीटिंग
सीएम हाऊस में आयोजित मीटिंग में मुख्यमंत्री के अलावे सहकारिता खाद्य आपूर्ति मंत्री,मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री अब तक की धान अधि प्राप्ति,किसानों के खाते में पैसे के भुगतना,शेष बचे हुए धान की भी समीक्षा की।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी किसान धान अधिप्राप्ति से वंचित ना रहे. मुख्यमंत्री ने सहकारिता विभाग को निर्देश दिया कि धान अधिप्राप्ति के बाद किसानों का भुगतान यथाशीघ्र करें.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारी क्षेत्र भ्रमण करें और किसानों से मिलकर वास्तविक स्थिति की जानकारी लें, ताकि कोई भी किसान धान बेचने से वंचित न रहे. किसानों व पैक्स के बीच बेहतर कोआर्डिनेशन के लिए पदाधिकारी तत्पर रहें. पैक्स और चावल मिलों के भंडारण क्षमता का आकलन कर उसका विस्तार करें. जिन क्षेत्रों में धान अधिप्राप्ति कम हुई है उसका कारण पता करें और अधिक से अधिक किसानों से धान अधिप्राप्ति सुनिश्चित करें .
धान खरीद अवधि बढ़ाया गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से किसानों की तरफ से मांगा आ रही थी कि धान अधिप्राप्ति की समय सीमा बढ़ा दी जाए. इसे देखते हुए अधिप्राप्ति की समय सीमा को 21 फरवरी 2021 तक बढ़ा दिया गया है. बता दें,बुधवार को पाटलिपुत्र के भाजपा सांसद राम कृपाल यादव ने विभागीय मंत्री बिजेन्द्र यादव से मिलकर धान खरीद की सीमा बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने मंत्री को ज्ञापन सौंपकर कहा था कि अभी भी किसानों के यहां धान पड़ा हुआ है । इसलिए सरकार धान खरीद की अवधि को आगे बढ़ाए।