PATNA : उत्पाद विभाग द्वारा मामला संज्ञान में आते ही कि करवाई उत्पाद विभाग के दरोगा रोजी कुमारी को निलंबित कर दिया गया है। बताया गया कि शराब तस्करों को पकड़े जाने के 60 दिन बाद भी दारोगा रोजी ने चार्जशीट दायर नहीं किया गया था, जिसके कारण आरोपियों को कोर्ट ने रिहा कर दिया। लेकिन, इस लापरवाही को पुलिस विभाग ने गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। अब जांच के बाद विभाग ने दारोगा के खिलाफ निलंबन का आदेश जारी कर दिया है। बता दें कि न्यूज 4 नेशन ने निलंबित दारोगा की कारस्तानियों की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी।
यह था पूरा मामला
मामला 15 अप्रैल 2021 का है, जिसमें गर्दनीबाग थाना क्षेत्र से विक्की कुमार और युवराज सिंह को उत्पाद विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया था। 80 हजार लीटर शराब के साथ उत्पाद विभाग की टीम ने की थी गिरफ्तारी। इस गिरफ्तारी में दारोगा रोजी, सिपाही अजित कुमार, सुजीत कुमार, शशि, ऋषि, रमाकांत शामिल थे। शराब बरामदगी का सीजर उत्पाद दरोगा रोजी ने बनाया था। इसी सीजर कागजात में पुलिस वालों को गवाह बनाया गया था। इतना ही नहीं, गिरफ्तार दोनो तस्करों की कोरोना जांच भी कराई गई थी। लेकिन कोरोना जांच के बाद पूरा खेल रचा गया और उत्पाद कर्मियों ने एफआईआर बदल दिया गया और दूसरे तस्कर विक्की कुमार को जेल भेज दिया गया।
जमकर हुआ पैसों का खेल
बताया गया कि उत्पाद विभाग द्वारा न सिर्फ मुख्य आरोपी को बचाने के लिए एक लाख में डील हुआ। जिसके बाद कोर्ट में दस्तावेज वापस मंगा लिया गया और उसे बदल दिया। इसके बाद दारोगा ने पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया और 60 दिन बाद भी कोर्ट को चार्जशीट नही सौंपी गई। कोर्ट को चार्जशीट नहीं भेजने पर मजबूरन कोर्ट ने तस्कर को जमानत दे दी। जबकि 60 दिनों के अंदर चार्जशीट भेजने का प्रावधान है।
शराब तस्कर के खिलाफ बरती गई लापरवाही को विभाग ने गंभीरता से लिया और मामले में जांच बैठा दी। अब जांच में यह बात सामने आई है कि दारोगा रोजी ने पूरे मामले में लापरवाही बरती और जानबूझकर चार्जशीट नहीं सौंपी गई। जिसके बाद अब शराब तस्करों को बचाने में लगी दारोगा रोजी खुद निलंबित हो गई हैं।
अनिल की रिपोर्ट