अतिथि शिक्षकों की सेवा का आज आखिरी दिन, कल से हो जाएंगे बेरोजगार, के.के पाठक के आदेश से मचा हड़कंप

PATNA: बिहार के सरकारी स्कूलों से अब अतिथि शिक्षकों की विदाई हो जाएगी। आज उनके सेवा का आखिरी दिन है। शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार अब 1 अप्रैल से करीब 4257 अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे। शक्षा विभाग ने उच्च माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत हजारों शिक्षकों को नौकरी से हटाने के लिए पत्र जारी कर दिया है। शिक्षा विभाग ने उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विभागीय संकल्प संख्या 51 दिनांक 25.01.2018 का हवाला देते हुए शिक्षकों से सेवा ना लेने का आदेश दे दिया है।
शिक्षा विभाग ने बीते दिन पत्र जारी कर कहा है कि 1 अप्रैल से किसी भी परिस्थिति में अतिथि शिक्षकों से सेवा नहीं ली जाएगी। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारियों को अतिथि शिक्षकों के सेवा में नहीं होने का प्रमाण पत्र भी शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराना होगा। इस पत्र को माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सभी जिला के शिक्षापदाधिकारियों को लिखा है।
वहीं शिक्षा विभाग ने कार्यरत अतिथि शिक्षकों को हटाने के लिए दलील दी है कि, कक्षा 9वीं-10वीं के लिए 37847 और कक्षा 11वीं-12वीं के लिए 56891 उच्च माध्यमिक स्कूलों में कुल 94738 शिक्षकों की नियुक्ति कर योगदान करा दिया गया है। इसलिए अब अतिथि शिक्षकों की जरूरत नहीं है। वहीं शिक्षा विभाग के इस फरमान से अतिथि शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। कल यानी 1 अप्रैल से हजारों अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे। वहीं शिक्षा विभाग ने यह भी कहा है कि अथिति शिक्षकों से सेवा नहीं ली जाने का प्रमाण 3 अप्रैल तक शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराई जाए।
मालूम हो कि, अतिथि शिक्षक पिछले 6 वर्षों से राज्य के विभिन्न उच्च माध्यमिक स्कूलों में सेवा दे रहे थे। शिक्षा विभाग के फैसले से अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जायेंगे। उन्हें अब नए सिरे से नौकरी की तलाश में दर दर की ठोकरें खानी होंगी। गौरतलब हो कि, 6 साल पहले शिक्षा विभाग ने स्कूलों में निर्धारित पारिश्रमिक पर अतिथि शिक्षकों की सेवा लेने का फैसला लिया था। वहीं अब इस मामले में अतिथि शिक्षकों का अगला कदम क्या होता है यह देखने वाली बात होगी।