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TOKYO OLYMPICS: पुरूषों के बाद ब्रॉन्ज काबिज करने से चूकीं महिला हॉकी टीम, मौका गंवाकर भी रच दिया इतिहास

TOKYO OLYMPICS: पुरूषों के बाद ब्रॉन्ज काबिज करने से चूकीं महिला हॉकी टीम, मौका गंवाकर भी रच दिया इतिहास

DESK: गुरूवार को पुरूष हॉकी टीम के ब्रॉन्ज जीतने के साथ ही भारत की बेटियों से उम्मीद कई गुना बढ़ गई थी। महिला हॉकी टीम देश की उम्मीद पर खरी भी उतरीं, और ग्रेट ब्रिटेन जैसी मजबूत टीम के सामने घुटने नहीं टेके औऱ आखिरी सेकेंड तक मेडल पर कब्जा करने की लड़ाई लड़ी। हालांकि मात्र एक गोल से वह चूक गई, जिसका दर्द फील्ड पर ही छलक आया। उन्हें टूटता देख हर किसी की आंखे नम हो गई। हालांकि इससे हमें ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। देश को बेटियों पर पहले भी नाज था, और अब उन्होनें सभी की नजरों में अपना कद कई गुना बढ़ा लिया है।

बढ़त बनाए रखने में चूकी टीम

ओलंपिक के 14वें दिन महिला हॉकी टीम का सामना ब्रिटेन से हुआ, जो कि ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेला जा रहा था। मैच में ग्रेट ब्रिटेन ने भारत को 4-3 से हरा दिया। कड़े मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने शानदार खेल दिखाया और दूसरे क्वार्टर में 3-2 की बढ़त बना ली थी। हालांकि टीम इस बढ़त को कायम नहीं रख सकी और ब्रिटेन ने तीसरे और चौथे क्वार्टर में 15 मिनट के अंदर 2 गोल दाग 4-3 से मैच जीत लिया। टीम इंडिया ने इस पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया था। टीम इससे पहले सिर्फ 2 बार ओलंपिक खेली है। 1980 में टीम टॉप-4 में पहुंची थी। उस वक्त सेमीफाइनल फॉर्मेट नहीं था। वहीं 2012 रियो ओलिंपिक में टीम 12वें स्थान पर रही थी।


येलो कार्ड ने बिगाड़ा सारा खेल

भारतीय गोलकीपर सविता पूनिया ने मैच के दौरान कॉर्नर ही नहीं बचाए। बल्कि ब्रिटेन के कई हमलों को भी रोका। 35वें मिनट में ब्रिटेन की कप्तान होली वेब ने गोल करके स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। तीसरे क्वार्टर के बाद स्कोर 3-3 से बराबर रहा। चौथे क्वार्टर मेंउदिताको यलो कार्ड मिला। इस कारण वे 5 मिनट तक मैदान से बाहर थीं। इसका टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा। ब्रिटेन को लगातार तीन कॉर्नर मिले और 48वें मिनट में ग्रेस बाल्स्डॉन ने गोल करके टीम को 4-3 से आगे कर दिया। इसके बाद गोल नहीं हुआ और ब्रिटेन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।

इन बेटियों पर है देश को नाज

भले ही इस स्वर्णिम क्षण में टीम चूक गई हो, मगर उन्होनें देश की कई बेटियों को आगे बढ़ने और खेलने के लिए प्रोत्साहन दे दिया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री सहित सभी मंत्री और माननीयों ने उनकी हौसला अफजाई करते हुए सोशल मीडिया भर दिया है।  

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