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विदेशी कृषि विशेषज्ञों ने बताये कृषि के विकास के टिकाऊ मॉडल के गुर,ग्रामीण इलाकों का किया भ्रमण

विदेशी कृषि विशेषज्ञों ने बताये कृषि के विकास के टिकाऊ मॉडल के गुर,ग्रामीण इलाकों का किया भ्रमण

PATNA : अमेरिका, इंग्लैंड और स्विट्जरलैंड से आये सिंजेंटा फाउंडेशन फ़ॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर के 22 सदस्यीय कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने पटना के फुलवारीशरीफ स्थित निजामपुर गांव का दौरा किया। इस दौरान इस टीम में शामिल कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों से मुलाकात की और कृषि उद्यमी के द्वारा किये जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया । 

इस मौके पर सिंजेंटा फाउंडेशन के निदेशक भास्कर रेड्डी ने किसान दीदी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में कृषि की तस्वीर कृषि उद्यमिता के विकास से ही संभव है और सिंजेंटा फाउंडेशन बिहार के प्रत्येक गांव में कृषि उद्यमीता के प्रोत्साहन के लिए दृढसंकल्पित है और प्रयासरत है। 

वहीं कौशल्या फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी कैशलेन्द्र ने किसानों को कृषि उद्यमी द्वारा डिजिटल बैंकिंग के बारे में समझाते हुए बताया कि अब किसान अपने गांव में हीं कृषि संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और बिना कैश के डिजिटल बैंकिंग के माध्यम से कृषि उद्यमी से कृषि उपादान खरीद सकते हैं। इससे ना सिर्फ गांव की अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव होगा बल्कि पूरे बिहार में अर्थव्यवस्था में कृषि के योगदान में वृद्धि होगी ।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं जीविका दीदी के स्वागत गान से हुआ। इसके बाद जीविका के राज्य परियोजना निदेशक मनोज कुमार, सिंजेंटा फाउंडेशन के सीईओ इरिक और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर साइमन ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सिंजेंटा फाउंडेशन किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और कृषि उद्यमी के माध्यम से बिहार के किसानों को कृषि संबंधित सभी सुविधाएं उनके गांव में ही उपलब्ध करवा रहा है ।

बताते चले कि सूबे के 8 जिले पटना, पूर्णिया,  कटिहार, पूर्वी चंपारण, मुज़हप्परपुर, समस्तीपुर, वैशाली एवं नवादा में युवाओं में उद्यमिता के विकास के लिए कौशल्या फाउंडेशन एवं जीविका द्द्वारा सिंजेंटा फाउंडेशन के सहयोग से 300 कृषि उद्यमियों को प्रोत्साहन दिया गया है। इन युवाओं को 45 दिन तक हैदराबाद में NIRD में   कृषि से जुड़े विभिन्न व्यवसाय एवं कृषि प्रसार पर क्लास रूम सह व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया एवं सफलतापूर्वक प्रशिक्षण लेने पर इन्हें सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया। प्रशिक्षण उपरांत ये युवा कृषि उद्यमी के रूप में अपने गांव में कृषि व्यापार कर रहे हैं। ये उद्यमी अपने गांव के किसानों को उन्नत तकनीक से खेती सिखाते हैं, उन्हें उच्च गुणवत्तापूर्ण कृषि उपादान बाज़ार से कम मूल्य पर उपलब्ध करवाते हैं। 

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