Patna: विश्व ट्रॉमा दिवस के अवसर पर एम्स पटना के ट्रॉमा एवं इमरजेंसी डिपार्टमेंट में वर्ल्ड ट्रॉमा डे मनाया गया । संस्थान के निदेशक डा पी के सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ट्रॉमा विश्व भर में मृत्यु और विकलांगता का सबसे बड़ा और प्रमुख कारण है। अगर लोगों को मुश्किल परिस्थितियों में इससे निबटने के उपायों के बारे में ठीक तरह से जानकारी मिल जाए और उनको इससे निपटने के लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया जाए तो काफी हद तक इन मौतों और विकलांगता को रोका जा सकता है। इस तरह की मौतों पर अंकुश न लग पाने का सबसे बड़ा कारण लोगों को इसके बारे में जरूरी प्रशिक्षण न होना भी है।
ट्रॉमा डे मनाने का मुख्य कारण लोगों में जागरूकता फैलाना है क्योंकि ऐसा माना जाता है कोई मरीज अगर गंभीर रूप से घायल या चोटिल हो जाता है तो उसे उसे तुरंत किसी भी नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराना होता है |केंद्र सरकार के नियमानुसार कोई भी अस्पताल एवं पुलिस वाले किसी भी व्यक्ति जो गंभीर रूप से घायल मरीज की मदद कर रहा हो उससे पुलिस अथवा अस्पताल उक्त व्यक्ति के नाम एवं पते की जानकारी प्राप्त करने के लिए दबाव नहीं बना सकता ।बल्कि हमेशा त्वरित इलाज को पहले प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
कार्यक्रम में ट्रॉमा एंड इमरजेंसी के विभागाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार , ह्रदय रोग सर्जन डॉ संजीव कुमार ,डॉ अरुण प्रसाद ,डॉ नीरज कुमार ,डॉ अमरजीत, डॉ अभ्युदय एवं डॉ संजय पांडे मौजूद थे |