बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

कोर वोटरों को 'बेबस' समझना BJP को पड़ रहा महंगा! तेजस्वी ने बढ़ाया 'हाथ' तो भाजपा ने 'भूमिहारों' को फिर से पूर्व के 'कत्लेआम' का दिखाया भय

कोर वोटरों को 'बेबस' समझना BJP को पड़ रहा महंगा! तेजस्वी ने बढ़ाया 'हाथ' तो भाजपा ने 'भूमिहारों' को फिर से पूर्व के 'कत्लेआम' का दिखाया भय

PATNA:  बिहार बीजेपी कोर वोटरों को बेबस वोटर समझ बैठी थी। बेबस इसलिए क्यों कि भाजपा यह मान कर चल रही थी कि कोर वोटर आखिर जायेगा कहां?  बीजेपी नेतृत्व पुरानी बातों को याद करा कोर वोटरों को अपने साथ जोड़े रखती आई है। अब तक भाजपा का ये हथियार कारगर साबित हुआ। लेकिन अब ये औजार धीरे-धीरे भोथरा होते जा रहा। बीजेपी की नीति और दल के अंदर अपनी उपेक्षा से भूमिहार-ब्राह्मण समाज के वोटर जिसे कोर वोटर कहा जाता है उनमें काफी गुस्सा पनपा है। ऐसा नहीं कि यह नाराजगी कोई एक दिन की है, बल्कि 2019 लोकसभा चुनाव के समय से ही असंतोष पनपना शुरू हुआ। 2020 में भाजपा ने नाराज भूमिहार वोटरों को लालू-राबड़ी राज का भय दिखा कर वोट साधने की कोशिश की थी। इसमें कुछ हद तक सफलता भी मिली और कुछ असफलता भी। अब लग रहा कि भाजपा के लिए इस वर्ग के वोटरों को बेबस वोटर समझना महंगा साबित हो रहा। ऐसा इसलिए क्यों कि तेजस्वी यादव ने इस समाज को साधने के लिए हाथ बढ़ा दिया है । तेजस्वी ने साफ कहा है कि अगर आप हमारे साथ आ गये तो फिर हमें हराना वाला कोई नहीं होगा। नेता प्रतिपक्ष के इस आह्वान से भाजपा नेतृत्व टेंशन में है। प्रदेश अध्यक्ष ने एक बार फिर से पुरानी बातों को याद कराया है।

हम मिले तो कोई नहीं हरा सकता-तेजस्वी

भूमिहार वोटरों का भाजपा से नाराजगी और राजद से निकटता विप चुनाव के समय से ही दिखनी शुरू हो गई। तेजस्वी यादव ने इस समाज से आने वाले पांच उम्मीदवारों को मैदान में उतारा। इनमें से तीन कैंडिडेट चुनाव भी जीत गये। इसके बाद विस की बोचहां सीट पर हुए उप चुनाव में भी भूमिहार वोटरों की नाराजगी भाजपा कैंडिडेट की हार की एक वजह बनी। कोर वोटरों की नारजगी की वजह से राजद ने बोचहां के रण में भाजपा कैंडिडेट को करारी शिकस्त दे दिया। अब तेजस्वी यादव एक कदम आगे बढ़े हैं। पटना में आज उन्होंने ऐलान कर दिया कि अगर भूमिहार-यादव साथ आ गये तो फिर हमें हराने वाला कोई नहीं। बापू सभागार में आयोजित परशुराम जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने बड़ा दांव खेला और अपने पिता की गलती को सुधारने का ऐलान किया. उन्होंने कहा, 'गलती हर किसी से होती है, उस गलती को सुधारने का मौका मिलना चाहिए।' नेता प्रतिपक्ष ने कहा, 'हम आपके साथ हाथ बढ़ाने आए हैं। आपका यकीन जीतने आए हैं। मेरे पर भरोसा कीजिए कभी आपका यकीन नहीं तोडूंगा। अगर हम सब साथ मिल जाएं तो हमें हराना वाला कोई नहीं होगा। हम मिलकर नया बिहार बनाएंगे।'

बीजेपी ने फिर से चला घिसा-पिटा पुराना हथियार

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीजेपी के कोर वोटर माने जाने वाले भूमिहार समाज से माफी मांगी और हाथ बढ़ाया। बीजेपी ने इस वर्ग के लोगों को फिर से पुरानी बातें याद कराई हैं। दिल्ली में बिहार बीजेपी के अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा कि लालू-राबड़ी राज में जहानाबाद में जेल ब्रेक कांड हुआ था। यह सब इनलोगों के इशारे पर हुआ था। तब जेल ब्रेक कर इस समाज के कैदियों की चुन-चुन कर हत्या की गई है। इस समाज के लोग पुरानी बातों को भूले नहीं है। 

Suggested News