पटना. कारगिल विजय दिवस पर मंगलवार को पटना में तिरंगा यात्रा निकाली गई. वर्ष 1999 में पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर के कारगिल में सेना और आतंकियों की घुसपैठ की गई थी और एक बड़े भूभाग पर कब्जा जमाने की तैयारी थी. हालांकि भारतीय सेना ने अदम्य साहस, शौर्य और शक्ति का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को सफल होने नहीं दिया. 23 साल पहले 26 जुलाई को ही भारतीय सेना ने टाइगर हिल पर अपना तिरंगा लहराया था और युद्ध जीतने की घोषणा की. इसी जीत की याद और सैनिकों के बलिदान के स्मरण में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है.
पटना में आयोजित विजय दिवस समारोह को खास बनाने के लिए भाजपा ने तिरंगा यात्रा आयोजित की. इसमें बिहार सरकार में मंत्री जीवेश मिश्रा सहित बीजेपी के कई नेता शामिल हुए. उन्होंने कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को नमन किया और उनके सर्वोच्च बलिदान का स्मरण किया. इस अवसर पर जे पी गोलंबर से कारगिल चौक तक तिरंगा मार्च निकाला गया. देशभक्ति से ओतप्रोत नारे लगाते लोगों ने वीर जवानों को याद दिया. इस दौरान कारगिल युद्ध में शहीद जवानों के पोस्टरों से सजे वाहनों के साथ तिरंगा मार्च निकला गया.
गौरतलब है कि कारगिल युद्ध के दौरान बड़ी संख्या में सेना के जवान शहीद हुए थे. उसमें बिहार के भी 18 जवान शामिल थे. मेजर चन्द्र भूषण द्विवेदी (शिवहर), नायक गणेश प्रसाद यादव (पटना, तारेगना), हरिकृष्ण राम (सिवान), हवलदार रतन कुमार सिंह (भागलपुर), प्रभाकर कुमार सिंह (भागलपुर), नायक विशुनी राय (सारण), नायक नीरज कुमार (लखीसराय), नायक सुनील कुमार (मुजफ्फरपुर), लांस नायक विद्यानंद सिंह (आरा), लांस नायक राम वचन राय (वैशाली), अरविंद कुमार पाण्डेय (पूर्वी चम्पारण), शिव शंकर गुप्ता (औरंगाबाद), हरदेव प्रसाद सिंह (नालंदा), एम्बू सिंह (सिवान) और रमन कुमार झा (सहरसा) ने देश पर प्राण न्योछावर कर दिया था.
तिरंगा यात्रा में जवानों को याद करते हुए लोगों में देशभक्ति का जोरदार उत्साह दिखा. पटना में बड़ी संख्या में लोग कारगिल चौक पर पहुंचे और उन्होंने सेना के जवानों को याद किया.