MUZAFFARPUR : लोकसभा चुनाव के लिए जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी के लिए मुश्किलें बढ़नेवाली है। दोनों नेताओं के खिलाफ मुजफ्फरपुर- के मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी की कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है। इसके अलावा वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी सहित 4-5 अन्य लोगों के नाम भी परिवाद में शामिल है। राजद नेता तेजस्वी यादव, वीआईपी पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी समेत कई लोगो के खिलाफ यह परिवाद मुजफ्फरपुर के अधिवक्ता सुधीर ओझा के द्वारा दर्ज कराया गया है। कोर्ट कंप्लेंट परिवाद कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई 27 जुलाई को निर्धारित की है।
यह है पूरा मामला
मामला मुकेश सहनी की पार्टी के पुराने चुनाव चिह्न नाव से जुड़ा है। जिसे लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के कुछ समय पहले चुनाव आयोग ने पताही थाना क्षेत्र निवासी सुधीर कुमार ओझा की राष्ट्रीय सार्थक पार्टी को आवंटित कर दिया गया था। परिवाद में बताया गया है कि मुकेश सहनी और उनकी पार्टी के लोगों ने इस दौरान नाव का सिंबल वापस लेने की कई बार कोशिश की। लेकिन मैंने इनकार कर दिया। इस दौरान मुझे पैसे का प्रलोभन भी दिया गया।
बाद में मुकेश सहनी की पार्टी ने महागठबंधन की तीन सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। लेकिन इस दौरान तीनों अभियुक्तों द्वारा लगातार नाव के सिंबल का इस्तेमाल किया जा रहा था। मुकेश सहनी पर आरोप है कि उन्होंने 31 मार्च को अपने जन्मदिन पर नाव चुनाव चिह्न का प्रयोग किया। जिससे हमारी पार्टी का नुकसान हो रहा है।
रिपोर्टर/मणि भूषण शर्मा