GOPALGANJ : गोपालगंज में गंडक नदी ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया है. स्थिति इस कदर हो गया है की जो कुछ सामने पड़ता है सबको अपने साथ बहा ले जाने को आमादा है. चाहे रोड हो पुल हो या सड़क. अभी कुछ दिन पूर्व सत्तर घाट को जोड़ने वाले अप्रोच पथ पर बना पुल नदी में बह गया.
इस पुल के मरम्मत का काम चल रहा है. अभी तक सत्तर घाट पुल पर जाने वाला जो रास्ता है वह चालू नहीं हुआ है. इस बीच एक और मामला आया है. सदर प्रखंड के रामपुर टेग्रही पंचायत अंतर्गत गोपालगंज बेतिया मुख्य पथ पर बना पुलिया नंबर दो का एप्रोच पथ नदी में बह गया. जिसके कारण गोपालगंज बेतिया पथ पूरी तरह बाधित हो गया है.
हालांकि जिला प्रशासन ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने के बाद मरम्मती के काम में संबंधित एजेंसी और तमाम अधिकारियों को लगा दिया है. लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो कटाव इतना तेज है कि बचाव कार्य सफल नहीं हो पायेगा. एक तरफ लोग कोरोना रूपी महामारी से त्राहिमाम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ गंडक नदी का प्रकोप झेलना रहा है.
वही इस क्षेत्र के लोगों के सामने अब तीसरी परेशानी आ खड़ा हुआ है. गोपालगंज बेतिया का सम्पर्क टूट गया है. स्थिति का जायजा लेने पहुंचे बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के एमडी सुरेंद्र यादव से जब पुल का एप्रोच पथ टूटने के बारे में पूछा गया तो वे जवाब देने के बजाय पत्रकारों से ही उलझने लगे.
गोपालगंज से एस के श्रीवास्तव की रिपोर्ट