NEWS4NATION DESK : झारखंड के चतरा जिले में पत्रकार चंदन तिवारी की हत्या तालाब निर्माण में गड़बड़ी उजागर करने के चलते की गई थी। इस बात का खुलासा एसपी अखिलेश वी वारियर ने किया है। उन्होंने बताया कि पत्रकार हत्याकांड मामले में शामिल तीन आरोपियों में 2 को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरे मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
एसपी अखिलेश वी वारियर ने बताया कि हत्याकांड के मुख्य आरोपी पिंटू सिंह के भाई को मनरेगा के तहत करीब साढ़े चार लाख रुपए का तालाब निर्माण का ठेका मिला था। यह काम मनरेगा मजदूरों से कराना था, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर यहां जेसीबी से तालाब की खुदाई करवाई थी। इस गड़बड़ी को चंदन तिवारी ने उजागर किया था। इसके बाद प्रखंड प्रशासन ने काम का भुगतान रोक दिया था।
उन्होंने बताया कि भुगतान रुकने के बाद प्लान बनाकर पत्रकार चंदन तिवारी को जबरन शराब पिलाने के बाद पिंटू सिंह व उसके दो दोस्तों जमुना प्रसाद और मुसाफिर राणा ने बाइक पर बिठाकर तिवारी का अपहरण कर लिया। उसके बाद उनकी निर्ममता से पिटाई करते हुए सिमरिया थाना क्षेत्र के बलथरवा जंगल में छोड़ दिया था। अत्यधिक चोट होने के कारण चंदन की मौत हो गई।
बताते चले कि 30 अक्टूबर को जगंल में पत्रकार चंदन तिवारी की लाश मिली थी। तिवारी की पीटपीट कर हत्या की गई थी। पहले यह आशंका जताई जा रही थी कि नक्सलियों ने उनकी हत्या की है।