PATNA : बिहटा में दो दिन पहले हुए बालू माफियाओं के बीच के गैंगवार में पुलिस को लाशें बरामद नहीं हुई थी। बताया गया कि गोलीबारी की घटना के बाद लाशों को गायब कर दिया गया। अब उस घटना के लगभग 48 घंटे बाद आज गंगा नदी से दो लाशें बरामद की गई हैं। दोनों लाशों को नाव के लंगर लगानेवाली रस्सी के साथ आपस में बांधकर फेंक दिया गया था। जिसके कारण दो दिन तक लाश पानी में डूबी रही। लेकिन पानी के बहाव के कारण लंगर की पकड़ कमजोर हो गई और लाशें उफन कर ऊपर आ गई।
पीरबहोर थाना के गांधी घाट के पास बरामद
दोनों लाशों को पीरबहोर थाना के एनआईटी घाट से जुड़ा हुआ है। जहां दोनों लाशें तैरती हुई मिली है। जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। हालांकि शव मिलने की सूचना पर पीरबहोर की पुलिस मौके पर पहुंची है और शव को बाहर निकालने की कवायद में जुट गई है। पीरबहोर पुलिस की मानें तो दोनों की हत्या कर लाश को पानी में फेंक दिया है। शव पर कई छेद नजर आ रहे हैं, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह दोनों लाशें दो दिन पहले हुए गोलीबारी की घटना से जुड़ी हुई है। पुलिस ने भी इस बात से इनकार नहीं किया है।
फिलहाल पुलिस शव को निकालने की कवायद में जुटी है वही शव के निकलने के बाद पोस्टमार्टम और पहचान से ही क्लियर हो पाएगा कि आखिर किन वजहों से शवों को गंगा में डाला गया है।
बता दें कि बिहटा में दो दिन पहले बालू माफियाओं के बीच 12 घंटे के करीब गोलीबारी हुई थी। जिसमें शुरू में पांच लोगों के मरने की बात कही गई। बाद में एक अखबार ने दावा किया कि मरनेवालों की संख्या 16 है और उनमें से किसी का भी शव बरामद नहीं किया जा सका है। वहीं दूसरी तरफ पटना पुलिस का कहना था था कि सिर्फ एक व्यक्ति की मौत हुई है।