खगड़िया. जिले में दो फर्जी दारोगा गिरफ्तार हुआ है। दोनों फर्जी दारोगा समाहरणालय के पास संदिग्ध हालत में घूम रहा था। पुलिस को देख दोनों धीरे-धीरे फरार होने लगा। पुलिस ने शक के आधार पर दोनों को हिरासत लेकर पूछताछ और प्रमाणपत्र की जांच की तो दोनों का कागजात फर्जी निकला। इसके बाद एसपी अमितेश कुमार के आदेश पर चित्रगुप्तनगर थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की माने तो दोनों युवक बेगूसराय जिले के रतनपुरा गांव का रहने वाला है। इससे पहले भी इसी गांव का विक्रम कुमार नाम का फर्जी दारोगा मानसी थाना से गिरफ्तार हुआ था। वह 18 दिनों तक मानसी थाना में योगदान भी दिया था। बाद में जांच में वह फर्जी निकला था। हालांकि विक्रम अभी जेल में है, जबकि तत्कालिन थानाध्यक्ष निलंबित है।
बता दें कि गिरफ्तार युवक राजीव कुमार और आलोक कुमार का दावा है कि उसकी बहाली गैर सरकारी संगठन एसपीसीए ने की है, जिसकी मान्यता बिहार सरकार ने दी है। यह संस्था पशु क्रूरता निवारण के लिए काम करती है। हालांकि पुलिस का कहना है दोनों का प्रमाणपत्र फर्जी है।