Ara : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में कोरोना संक्रमित मरीज मोहल्ले में ना आ सके, इसको लेकर किया गया बैरिकेडिंग विवाद का कारण बन गया। इस मामले को लेकर दो युवकों को गोली मार दी गई। घायल दोनो युवकों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस ने गोली मारने वाले बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के संबंध में बताया गया है कि आरा शहर के नवादा थाना क्षेत्र स्थित जवाहर टोला में लोगों ने कोरोना से बचाव को लेकर बैरिकेडिंग लगाया है, ताकि कोई बाहरी व्यक्ति मुहल्ले में प्रवेश न कर सके।
बताया जा रहा है कि जवाहर टोला स्थित जिस गली के मुहाने पर बैरिकेडिंग की गई थी। वहां से महज 20 कदम की दूरी पर कूलन मियां का घर है। कूलन मियां और उसका बेटा शमी साह गली के रास्ते सामान लाने जा रहे थे। इसी दौरान एक पक्ष के लोगों ने मना किया। मना करने वाले लोगों का कहना था कि मोहल्ले से बाहर रहने वाले किसी को इधर आने की अनुमति नहीं दी जा रही थी।
इधर कूलन मियां जाने की जिद पर अड़ा था। जिसके बाद विवाद बढ़ गया और दोनों तरफ से गाली-गलौज होने लगा। गाली-गलौज के बाद मामला हाथापाई तक पहुंच गया और इसी दौरान बेटा तुरंत दौड़कर अपने घर गया और बंदूक लाकर गोली चला दी।
गोली चलते ही भगदड़ मच गया। वहीं गोलीबारी में जवाहर टोला निवासी स्वर्गीय बसंत पासवान के 40 वर्षीय बेटे सुनील पासवान एवं 30 वर्षीय विनोद पासवान को पैर में गोली लग गई। आनन-फानन में दोनो को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही एसपी सुशील कुमार के द्वारा गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस ने घटना में उपयोग किये गये लाइसेंसी बंदूक, 10 कारतूस, एक खोखा एवं एक अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किया है।