MUZAFFARPUR : एक तरफ प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया जा रहा है। कहीं डॉक्टर नहीं हैं, कहीं भवन का अभाव है। कुछ ऐसे स्वास्थ्य केंद्र भी हैं, जिनके भवन होने के बाद भी उसका लाभ लोगों को नहीं मिला। नतीज यह हुआ कि इस्तेमाल नहीं होने के कारण या तो खंडहर में बदल गए या उनका प्रयोग दूसरे कार्य के लिए किया जाने लगा। यहां हम एक ऐसे ही स्वास्थ्य केंद्र के बारे में बता रहे हैं, जिसका अस्पताल वाला हिस्सा पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। वहीं इसी भवन के एक हिस्से पर कब्जा कर वहां दो कमरों का पंचायत कार्यालय तैयार करा दिया गया है। अब इस निर्माण पर सवाल उठने लगे हैं।
ये अस्पताल मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के घनश्यामपुर पंचायत अंतर्गत घघरी का है जिसमे अतिक्रमण कर 2 कमरे में पंचायत कार्यालय बना दिया गया है। इसको देखकर सवाल उठना लाजिमी है आखिर किसके आदेश पर अस्पताल के भवन में पंचायत भवन बना कैसे और किसके आदेश पर; इसका जांच होना चाहिए, ये मांग स्थानीय प्रखंड के निवासी समाजसेवी दीनबंधु क्रांतिकारी ने किया है।
बता दें कि ये अस्पताल करीब 15 वर्ष पहले बना है। लेकिन इस भवन में किसी ने अतिक्रमण कर पंचायत भवन बना दिया हैं। यहां के लोगों की शिकायत है कि जहाँ एक ओर जनता कोरोना महामारी से त्रस्त है वही दूसरी ओर कहि अस्पताल खण्डर, खटाल बना है तो कही अतिक्रमण कर लोग पंचायत कार्यालय या निजी इस्तेमाल कर रहे है।