Desk. मेघालय के कोंगथोंग गांव, मध्य प्रदेश के लाधपुर खास और तेलंगाना के पोचमपल्ली गांव को यूनाइटेड नेशन्स ने पर्यावरण की दृष्टि से घूमने के बेहतरीन गांव बताया है. इसके लिए देश के इन तीन गांव को यूएन ने बेस्ट टूरिज्म विलेज की कैटेगरी में नॉमिनेट किया है. वहीं पर्यटकों का कहना है कि ये गांव घूमने के हिसाब से बेहतरीन स्थान है.
मध्य प्रदेश के गांव को मिली इस उपलब्धि पर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा, मध्य प्रदेश के लाधपुरा खास गांव की बेस्ट टूरिज्म विलेज में एंट्री हमारे लिए गर्व की बात है. लाधपुरा गांव को मिली इस उपलब्धि के लिए मध्य प्रदेश टूरिज्म और प्रशासन की पूरी टीम को मेरी ओर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं. इसी तरह बेहतर काम करते रहें.
इसी तरह से यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन की ओर से मेघालय के कोंगथोंग गांव को बेस्ट टूरिज्म विलेज की कैटेगरी में नॉमिनेट किए जोन पर मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने खुशी जाहिर की है. संगमा ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए लिखा, मेघालय का कोंगथोंग गांव को भारत के दो अन्य गांवों के साथ यूएनडब्ल्यूटीओ की बेस्ट टूरिज्म विलेज की सूची में शामिल किया गया है.
बता दें कि कोंगथोंग गांव अपने प्राकृतिक सौंदर्य और विशिष्ट संस्कृति के लिए जाना जाता है. इस गांव को व्हिस्लिंग विलेज के नाम से भी जाना जाता है. यह उन 12 गांवों में शामिल है. यहां पर किसी भी बच्चे के जन्म के साथ उसे एक एक विशेष प्रकार की ध्वनि’ जोड़ दिया जाता है. ये ध्वनि बच्चे के साथ जीवनभर जुड़ी रहती है.