PATNA : हिन्दू धार्मिक मान्यताओं को लेकर अजीबोगरीब बयान देने वालों में आज यूपी के
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा का नाम भी जुड़ गया। दिनेश शर्मा ने सीता मां के जन्म को
लेकर नयी थ्योरी गढ़ी। उन्होंने कहा कि 'सीता जी टेस्ट
ट्यूब बेबी थीं। उत्तर प्रदेश के मथुरा में पत्रकारिता दिवस के मौके पर आयोजित एक
कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सीता जी का जन्म मिट्टी के घड़े की मदद से हुआ था।
ये उस दौर में टेस्ट ट्यूब बेबी पैदा करने का तरीका था।
बिहारियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़
यूपी के डिप्टी सीएम का
ये बयान बिहारियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ माना जा रहा है। धर्मशास्त्री आचार्य
विशेषानंद का कहना है कि दिनेश शर्मा ने बिहार की गौरवशाली धरती का अपमान किया है।
बाल्मिकी रामायण से लेकर तमाम धर्मग्रंथों में मां सीता के जन्म को लेकर स्पष्ट
विवरण है। बिहार की धऱती से जन्मी मां सीता पूरी दुनिया के लिए अराध्य हैं। लेकिन
बिहार के लिए उनका महत्व कुछ ज्यादा ही हैं।
क्या है माता सीता के जन्म की पौराणिक कथा
बाल्मिकी रामायण के
मुताबिक प्राचीन मिथिला राज्य में भयंकर सूखा पड़ा था। इससे लोगों में त्राहिमाम
मच गया। अपनी प्रजा की वेदना से व्यथित राजा जनक ने सूखे से निजात पाने के लिए ऋषि
मुनियों के सामने गुहार लगायी। तब एक संत ने उन्हें यज्ञ कराने और खुद हल चलाने का
सुझाव दिया. संत के सुझाव पर राजा जनक ने यज्ञ कराया और पुनौरा नाम गांव में हल
चलाया। हल चलाने के दौरान हीं उन्हें धरती में से सोने की डलिया में लिपटी सुंदर
कन्या मिली। राजा जनक ने जब उस कन्या को गोद लिया तो उन्हें पिता प्रेम की अनुभूति
हुई। इसके बाद राजा जनक से उस कन्या को अपनी पुत्री के रूप में स्वीकार किया। वही
कन्या माता सीता के रूप में पूरी दुनिया में जानी गयीं। पुनौरा नाम के जिस गांव
में माता सीता अवतरित हुई थीं वह आज भी बिहार के सीतामढ़ी जिले में मौजूद है।
सीता के जन्मस्थल को विकसित करने की हो रही है तैयारी
दिनेश शर्मा का ये बयान
तब आय़ा है जब माता सीता के जन्मस्थल पुनौरा से लेकर जनकपुर को विकसित करने की
सरकारी कोशिश तेज हो गयी हैं। कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेपाल के
जनकपुर गये थे। वहां उन्होंने राम-सीता सर्किट को विकसित करने का एलान किया था।
दरअसल पुनौरा में जन्म के बाद माता सीता का पालन-पोषण जनकपुर में हुआ था जो राजा
जनक की राजधानी थी। बिहार सरकार भी माता सीता से जुड़े स्थलों को विकसित करने की
कोशिशों में लगी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कुछ दिनों पहले ही पुनौरा जाकर
पूजा-अर्चना की थी।
दिनेश शर्मा ने किया जगतजननी का अपमान
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि
महाराज ने कहा कि दिनेश
शर्मा द्वारा माता सीता को टेस्ट ट्यूब बेबी बताना जगतजननी का अपमान हैं। स्वामी
चक्रपाणि ने डिप्टी सीएम के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि यह बहुत
ही दुर्भाग्यपूर्ण बयान है। यह माता
सीता की है अपमान नहीं बल्कि सनातन धर्म का भी अपमान है। उन्हें समझाना चाहिए कि जगतजननी मां
सीता का जन्म भौतिक उपकरणों से नहीं हुआ वह अवतरित हुई थीं और वह मां लक्ष्मी की
अवतार थीं।