यूपी चुनाव : मुख्तार अंसारी को उन्हीं के घर में चुनौती देगा बिहार का यह प्रशासनिक अधिकारी, छोड़ दी नौकरी

PATNA : यूपी के चुनावी दंगल के लिए लगभग सभी पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं। राजनेताओं में दल बदलने की प्रक्रिया भी जोर पकड़ चुकी है। इन सबके बीच यूपी चुनाव के रण में बिहार सीविल सेवा का एक अधिकारी भी मैदान में उतरने की तैयारी में जुट गई। इसके लिए उसने नौकरी भी छोड़ दी है। अब वह यूपी के सबसे बड़े बाहुबली विधायक को उनके ही घर में चुनौती देने की तैयारी में जुटे हैं।
बिहार के इस प्रशासिनक अधिकारी का नाम है मनोज राय, जो बक्सर सदर प्रखंड में बीडीओ के पद पर कार्यरत रहे हैं। फिलहाल वह सारण के मशरख पोस्टेड हैं। मूल रूप के गाजीपुर के रहनेवाले मनोज राय बक्सर में तीन साल तक बीडीओ के पद पर बने रहे। सक्रिय पदाधिकारी के रूप में पहचान बनाई। बक्सर में गंगा दशहरा पर भव्य गंगा आरती का आयोजन उन्होंने ही शुरू किया। इस समय बक्सर की अंचलाधिकारी प्रियंका राय उन्हीं की छोटी बहन हैं।
मांगी थी सरकारी सेवा से मुक्ति की अनुमति
मनोज राय की अंतिम पोस्टिंग छपरा के मशरख में रहने के दौरान ही सरकारी सेवा से मुक्त करने का अनुरोध किया था, उसे सोमवार को स्वीकार कर लिया गया। नौकरी छोड़ने के बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में पढऩे के दौरान वे विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे और संघ के भी कई पदों पर रहे। सरकारी सेवा से वे राजनीति में जाना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने त्यागपत्र दिया है।
मुख्तार अंसारी को देंगे चुनौती
मनोज मूल रूप से उत्तर प्रदेश के ही गाजीपुर जिले के रहने वाले हैं। गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं। यह इलाका बाहुबली मुख्तार अंसारी के प्रभाव वाला है। मुख्तार अंसारी का परिवार इसी इलाके में रहता है। यहां से फिलहाल भाजपा की अलका राय विधायक हैं। अलका राय कृष्णानंद राय की हत्या के बाद विधायक बनी थीं। विधायक रहते ही कृष्णानंद राय की हत्या कर दी गई थी। इसमें मुख्तार अंसारी का नाम आया था। हालांकि सबूतों के अभाव में मुख्तार बरी हो गए थे।